गिरिडीह। गिरिडीह की एक मां की पुकार हर किसी के दिल को बेचैन कर देगी. लेकिन अब तक सत्ताधीशों के कान बंद ही हैं. हार्ट के पेशेंट बेटी के ऑपरेशन के लिए उसे मददगार की जरूरत है, क्योंकि उसके पास इतने पैसे नहीं है कि वह ऑपरेशन का खर्च उठा सके. अब हर पल के साथ बेटी की सांसें खतरे में मां का दिल बेचैन है और वह लाचार. लेकिन उसके मदद के लिए अभी गिरिडीह में कोई मददगार मिला नहीं. अब बेटी को बचाने के लिए उसका दिल जार-जार रो रहा है. बेटी के लिए वह हर किसी के सामने हाथ जोड़ रही है . इसी को लेकर महिला ने वीडियो जारी कर अपील की है .
स्थानीय समाजसेवियों से मां ने बताया कि उसकी बेटी हार्ट पेशेंट है. डॉक्टर्स ने जल्द से जल्द बेटी का ऑपरेशन कराने की सलाह दी है. मगर आर्थिक स्थिति खराब रहने के कारण वह बेटी का ऑपरेशन कराने में सक्षम नहीं है. उसने लोगों से आर्थिक सहयोग की अपील की है. हाथ जोड़कर महिला ने वीडियो जारी किया है और मदद के लिए निहार रही है. लड़की बगोदर प्रखंड क्षेत्र के घाघरा गांव अंतर्गत भुईयांटोली की है.
इस गांव के दिहाड़ी मजदूर इंद्रमणि भुईयां की 18 साल की बेटी किरण कुमारी हार्ट पेशेंट है. दो साल से उसका इलाज चल रहा है. इस बीच दो लाख रुपये इलाज में खर्च हो चुके हैं.अब डाक्टरों का कहना है कि बच्ची का ऑपरेशन बहुत जल्द कराने की जरूरत है. इधर किरण की मां शुकरी देवी कहती हैं कि ऑपरेशन में चार लाख रुपये खर्च होंगे. डॉक्टरों ने समय से इन रुपयों के इंतजाम की सलाह दी है. चार लाख खर्च करना उसके परिवार के बस की बात नहीं है.
शुकरी देवी ने उसकी बेटी की जान बचाने के लिए आम लोगों से बेटी के ऑपरेशन के लिए आर्थिक सहयोग करने की अपील की है. शुकरी देवी कहती हैं कि उसकी बेटी का इलाज कोलकाता के जिस अस्पताल में चल रहा था वहां आयुष्मान कार्ड से इलाज नहीं होता है. ऐसे में बेटी का ऑपरेशन दिल्ली में होना है. बताती हैं कि पति दिहाड़ी मजदूर है. दो बेटी और दो बेटे की परवरिश की जिम्मेदारी के साथ इलाज का अतिरिक्त बोझ उठाना अब मुश्किल हो गया है.दिल्ली आने- जाने के लिए खर्च के लिए सोचना पड़ रहा है.
परिवार को 65 सौ रुपये का सहयोग मिलाःइधर हार्ट पेशेंट किरण कुमारी और उसके परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए बगोदर के समाजिक कार्यकर्ताओं ने परिवार को 65 सौ रुपये का आर्थिक सहयोग किया है. स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि सह पूर्व मुखिया लक्ष्मण महतो, सामाजिक आंदोलनकारी छोटन प्रसाद छात्र, दिनेश साहू आदि ने रविवार को गांव पहुंचकर किरण कुमारी और उसके परिवार से मिलकर पूरे मामले की जानकारी ली. इस दौरान सभी ने मिलकर परिवार को 65 सौ रुपये का आर्थिक सहयोग किया है. इधर हार्ट पेशेंट किरण कुमारी ने बताया कि वह दुखभरी जिंदगी जी रही है.उठने, बैठने, सोने, चलने सब कार्यों में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।