तेजी से हो रहे संचरण लाइनों के निमार्ण से बिजली के लिये डीवीसी निर्भरता होगी खत्म

रांची। डीवीसी कमांड एरिया से डीवीसी की निर्भरता कम करने के लिये उर्जा संचरण निगम लगातार प्रयासरत है. डीवीसी एरिया में लगभग धनबाद और बोकारो जिला में डीवीसी की निर्भरता लगभग खत्म है. गोविंदपुर लीलो संचरण लाइन के लिये फॉरेस्ट क्लियरेंस मिलते निगम इस पर काम शुरू करेगी. जिससे डीवीसी का इन दो जिलों में बिजली सप्लाइ बंद हो जायेगा. ऐसे में उर्जा संचरण निगम का अपना संचरण लाइन होने से जेबीवीएनएल इन जिलों में बिजली सप्लाइ करेगी. हालांकि जिला में जैनामोड़ से होकर चंद्रपुरा तक जुड़ी संचरण लाइन को पूरा कर लिया गया है. पिछले कुछ महीनों में ही सरकार ने आठ माह में आठ ग्रिड सबस्टेशन ट्रांसमिशन लाइन शुरू किया. जानकारी हो कि पिछले साल एक अप्रैल से लेकर 30 नवंबर तक सीएम ने आठ ग्रिड सब स्टेशन और संचरण लाइन शुरू किये. ये सभी डीवीसी के सात जिलों के है. जिसमें चतरा, रामगढ़, बोकारो, धनबाद, गिरिडीह, कोडरमा, गढ़वा शामिल है.

शुरू हुए प्रमुख लाइनरू जसीडीह से गिरिडीह ट्रांसमिशन लाइन 220/132/33 केवी शुरू किया गया. इससे गिरिडीह जिला में विद्युत आपूर्ति के लिए डीवीसी पर निर्भरता खत्म हो गयी. इस क्षेत्र में लो-वोल्टेज, लोड शेडिंग, ब्रेक डाऊन आदि की समस्या बनी रहती थी. सब स्टेशन की क्षमता 400 एमवीए है.

गिरिडीह के जमुआ प्रखंड को भी डीवीसी की निर्भरता से मुक्त करा लिया गया है. यहां पिछले साल 132/33 केवी ग्रिड सबस्टेशन, जमुआ में बनाया गया. जिसकी क्षमता 100 एमवीए एवं 132 केवी गिरिडीह-जमुआ 23 किमी ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण 72.50 करोड़ की लागत से हुआ.

132/33 केवी ग्रिड सबस्टेशन, सरिया, जिसकी क्षमता 100 एमवीए एवं 132 केवी गिरिडीह-सरिया 42 किमी ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण 80 करोड़ की लागत से हुआ. इस योजना के पूरा होने से सरिया प्रखंड डीवीसी कमांड से मुक्त हो गया.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *