रांची। पूर्व सीएम और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने फिर राज्य सरकार को घेरा है. गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के लिए ईडी की रिमांड में मौजूद कारोबारी अमित अग्रवाल के सारे फोन कॉल डिटेल्स को खंगालने की मांग उठायी है. पूर्व सीएम ने कहा है कि इससे सारा मामला शीशे की तरह साफ हो जायेगा. अग्रवाल की गिरफ्तारी से राज्य में भ्रष्टाचार की परतें खुल रही हैं. राज्य की जड़ों को कुतरने वाले भ्रष्ट सत्ताधीशों का असली ठिकाना होटवार ही है. अब स्थिति यह है कि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो और उनके पीए भी ईडी के जांच के दायरे में है. अमित अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद रिटार्यड आइएएस केके खंडेलवाल, दिलीप झा और गिरिडीह एसपी अमित रेणु समेत कई अन्य पुलिस अधिकारियों व अन्य कारोबारियों की जानकारी ईडी की ओर से पुलिस मुख्यालय से मांगी गई है. इससे जाहिर होता है कि राज्य में मनी लॉन्ड्रिंग और शेल कंपनियों के द्वारा काली कमाई एक संगठित गिरोह के माध्यम से होती रही है. ऐसे में अमित अग्रवाल का कॉल डिटेल्स को खंगालना फायदेमंद होगा.
क्या है मामला
ईडी को मंत्री जगरनाथ महतो, सेवानिवृत आइएएस अधिकारी केके खंडेलवाल, गिरिडीह एसपी अमित रेणु समेत करीब दो दर्जन लोगों के खिलाफ शिकायतें मिली हैं. इसमें अवैध तरीके से पैसा कमाने, संपत्ति अर्जित किए जाने के आरोप हैं. अब इस पर ईडी ने जानकारी के लिए पुलिस मुख्यालय से भी पत्र भेजकर जानकारी मांगी है. शिकायतों के आधार पर अब तक हुई कार्रवाई (प्राथमिकी, आरोप पत्र व अन्य) से संबंधित दस्तावेज मांगे हैं. इसके बाद मुख्यालय स्तर से संबंधित जिलों से एसपी से रिपोर्टों की मांग की है.