रांची। देवघर प्रमंडल के साथ-साथ गोड्डा पथ प्रमंडल की भी सड़कें पूरी तरह से जर्जर हो गयीं हैं. हालात यह है कि इंजीनियर सड़कों की मरम्मत भी सही तरीके से नहीं करा रहे हैं. विवेकाधीन मद की भी राशि पड़ी रह जा रही है,इस राशि का उपयोग नहीं हो रहा है. स्थिति है कि गोड्डा डीसी की भी बात वहां के इंजीनियर नहीं सुन रहे हैं. विगत दिनों गोड्डा उपायुक्त ने सरकंडा चौक से मिशन चौक पथ की स्थिति से कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल गोड्डा को अवगत कराया गया था,पर इसके बावजूद उनके द्वारा समय पर अपेक्षित कार्रवाई नहीं की गयी.
गोड्डा पथ प्रमंडल की करीब दस बड़ी सड़कें ऐसी हैं, जिसका रख-रखाव सही से नहीं हुआ और वे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी है. इसकी सूचना पथ निर्माण विभाग को उपलब्ध करायी गयी है,यह बात सामने आ रही है कि गोड्डा की कई रोड ऐसे है जिसकी स्थिति काफी जर्जर है. खासकर बरसात से जर्जर हो चुके पथों एवं आमजनों के अलावा वाहनों का आवागमन बाधित होने की रिपोर्ट लगातार मिल रही है. प्रतिवेदन के आलोक में यह स्पष्ट हो रहा है कि समय पर आईआरक्यूपी योजना की पूर्ण नहीं किया जाना,योजना एवं विवेकाधीन मद में आवंटित राशि का सही उपयोग नहीं किया जाना,स्वीकृत एवं कार्यान्वित योजनाओं में यदि कोई तकनीकी कठिनाई हो रही है तो वस्तुस्थिति से अपने वरीय पदाधिकारियों को भी अवगत नहीं करया जा रहा है. ऐसे में विभाग ने इसे वित्तीय प्रबंधन पर प्रशन उठाया है,साथ ही अन्य आवश्यक योजनाओं के प्रति सजग नही रहने,उतरदायित्वहीनता भी बताया है. हालात यह है कि गोड्डा में पूर्व के वित्तीय वर्षो के भू-अर्जन,यूटिलिटी शिफ्टिंग एवं वन भूमि उपयोजन आदि का अनुश्रवण,समन्वय की प्रक्रिया में उदासीनता की वजह से योजनाएं प्रभावित और लंबित हो रही है. पूरे मामले को पथ सचिव सुनील कुमार ने गंभीरता से लिया है ओर जांच का आदेश दिया है.
गोड्डा प्रमंडल के क्षतिग्रस्त पथों की स्थिति
महगामा-दिघी रोड,एमडीआर-20
सिमरा-बोआरीजोर-बोरियो रोड
मिर्जाचौकी-बोआरीजोर-सिमरा रोड
नयानगर से हनवारा बिहार सीमा वाया मिल्की, परेशा,नरोतमपुर,डुमरिया-रामकोल. 21.1 किमी
मोहनपुर से नयानगर रोड,वाया दुर्गापुर-16.7 किमी.
दोय से नवाडीह और रूनजी से खरे बगीचा वाया गंगटी रोड 21 किमी.