जमशेदपुर। नकल के शक में कपड़े उतरवाने से आहत होने के बाद आत्मदाह की कोशिश करने वाली छात्रा ऋतु मुखी की इलाज के दौरान मौत हो गई . ऋतु की मौत की पुष्टि सिटी एसपी के विजय शंकर ने भी की है. मौत की सूचना मिलते ही परिजनों और मुखी समाज में शोक क लहर दौड़ गई है. लोग टीएमएच में जुटने शुरू हो गए हैं, जिसके बाद प्रशासन ने टीएमएच की सुरक्षा बढ़ा दी है.
क्या है पूरा मामला
मालूम हो जमशेदपुर के साकची शारदामणि स्कूल में बीते 14 अक्टूबर को परीक्षा में नकल के शक में शिक्षिका चंद्रा दास ने नौवीं की छात्रा ऋतु मुखी के कपड़े उतरवा दिये थे. इस घटना से आहत ऋतु ने घर जाने के बाद केरोसिन तेल डालकर खुद को आग के हवाले कर लिया था. तब से टीएमएच के बर्न यूनिट में ऋतु जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही थी. लेकिन इलाज के दौरान गुरुवार को सातवें दिन ऋतु ने दम तोड़ दिया. छात्रा की मौत की खबर पाकर खुद एडीएम विधि व्यवस्था नंद किशोर लाल, सिटी एसपी के विजय शंकर, सीतारामडेरा, बिष्टुपुर थाना प्रभारी ने मोर्चा संभाल लिया है. उधर, पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों को भी तैयार कर दिया गया है.
शिक्षिका हो चुकी है गिरफ्तार
छात्रा के आत्मदाह करने की घटना के बाद मुखी समाज और छात्र संगठनों ने परिजनों के साथ डीएसई कार्यालय में तालाबंदी कर दी थी. कई दिनों तक स्कूल भी बंद रहा था. इस मामले में तूल पकड़ लिया था, जिसके बाद झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और डीसी विजया जाधव भी टीएमएच आए थे. लोगों के आक्रोश को देखते हुए अगले दिन ही पुलिस ने शिक्षिका चंद्रा दास को जेल भेज दिया था.