खूंटी। मनरेगा भ्रष्टाचारियों को सलाखों में भेजने वाले समाजसेवी दिलीप मिश्रा ने खूंटी के कर्रा मनरेगा पार्क पर सवाल खड़ा कर दिया है. शुक्रवार को सीएम मनरेगा पार्क का उद्घाटन करेंगे और उससे पहले ही मनरेगा पार्क विवादों में आ गया.
खूंटी में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन यहां आ रहे हैं. यहां वो जिलावासियों के बीच 350 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. इसके अलावा सीएम कर्रा मनरेगा पार्क का उद्घाटन करेंगे. लेकिन समाजसेवी दिलीप मिश्रा ने मनरेगा पार्क पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए जबकि डीडीसी इन सवालों के जवाब नहीं दे पाए और बात को हंसकर टाल दिया. डीडीसी ने हंसकर कहा कि देखिए लोगों का कहना है, आप सक्षम और समझदार हैं, समझिए, पुराने तालाब में पानी कम है और इस तालाब में पानी ज्यादा है. इसके अलावा डीडीसी ने पार्क की महत्ता पर प्रकाश डाला लेकिन पुराने तालाब को भरकर नए तालाब के निर्माण पर टालमटोल करते नजर आए.
समाजसेवी दिलीप मिश्रा ने बताया कि मनरेगा पार्क में भूमि संरक्षण के द्वारा दो तालाब का निर्माण कराया गया जबकि पहले से तालाब बने थे. लेकिन जिला प्रशासन ने उन तालाबों को भरकर नए तालाब का निर्माण करवाया. टीसीबी के लिए खोदे गए गड्ढे, मुर्गी पालन शेड, बकरी पालन से लेकर हुए कार्यों की जांच की होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जिला में जितने भी वरीय पदाधिकारी आये हैं, उन्होंने यहां लूटने का ही काम किया है. उनका आरोप है कि मनरेगा पार्क की आड़ में जिला प्रशासन सरकारी रुपयों का बंदरबांट कर रही है. जिला प्रशासन और एनजीओ को लाभ दिलाने के लिए मनरेगा पार्क का निर्माण कार्य करा रही है ताकि जिला के आला पदाधिकारियों को लाभ पहुंचा सके. इसको लेकर वो सीएम से लेकर मुख्य सचिव एवम संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को पत्रचार किया है, जांच नहीं होने पर आंदोलन करने की भी बात कही है.
डीडीसी नीतीश कुमार ने मनरेगा पार्क को लेकर बताया यहां किसान पाठशाला बनाया जा रहा है. यहां पर स्ट्रॉबैरी, पशुपालन, मुर्गी पालन से लेकर गौ पलान होगा. किसानों के लिए सीखने का एक पार्क बनाया जा रहा है, जिससे किसान यहां सीख सकें और उन्नत किस्म की खेती से जुड़ें सके. वहीं मनरेगा पार्क में तालाबों के जमींदोज किये जाने के सवाल पर हंसते हुए जवाब दिया और कहा कि नए बदलाव किये गए हैं.