रामगढ़। मंगलवार 25 अक्टूबर को भारत में आंशिक सूर्यग्रहण शाम को दिखेगा. यह साल का पहला खंडग्रास सूर्य ग्रहण है. बताया जा रहा है कि 27 साल बाद ऐसा संयोग बना है कि दीपावाली पर सूर्य ग्रहण लग रहा है. ये ग्रहण इस बार तुला राशि और स्वाति नक्षत्र में लगने जा रहा है. इस ग्रहण के कारण देश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर का कपाट चार घंटे के लिए बंद रहेगा.
सूर्य ग्रहण के दौरान मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का आना वर्जित रखा गया है. ग्रहण खत्म होने के बाद पूरे मंदिर परिसर को पंचद्रव्य से स्नान कराया जायेगा. मां भगवती की विशेष पूजा की जाएगी. मां भगवती को कई द्रवों से स्नान के बाद उनका श्रृंगार किया जाएगा और पूजा अर्चना के बाद विशेष आरती होगी. इसके बाद बाद ही आम श्रद्धालुओं के लिए मां का दरबार खोला जायेगा.
रजरप्पा मंदिर के पुजारी सुभाशीष पंडा ने कहा कि दोपहर दो बजकर 29 मिनट से शाम छह बजकर 32 मिनट तक सूर्य ग्रहण के समय मंदिर का कपाट बंद रहेगा. सूर्यग्रहण समाप्त होने के बाद मां छिन्नमस्तिका का दरबार खोला जाएगा. जिसके बाद विशेष पूजा अर्चना की जाएगी.
पुजारियों का मानना है कि सूतक काल के दौरान बहुत से कार्य वर्जित बताये गए हैं, जिनमे मुख्य रूप से सूतक काल में कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिये. सूतक काल के समय भोजन करना वर्जित है. दांत साफ करना और बालों में कंघी करना वर्जित होता है. सूतक काल में गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर जानने से बचना चाहिए. इसी तरह मंदिर में दर्शन और पूजन पूरी तरह पाबंदी रहती है. इसलिए मंदिर के कपाट सूतक लगते ही बंद कर दिया जाते हैं. सूर्य ग्रहण की वजह से इस दिन गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव नहीं मनाया जाएगा.