रांची। राजधानी के बीचों बीच दूसरा सबसे बड़ा सरकारी हॉस्पिटल का भवन बनकर तैयार है. कई महीने से नए भवन को हैंडओवर को लेकर चर्चा तेज है. लेकिन हर बार एक नई तारीख मिल रही है. इस बीच सदर हॉस्पिटल बिल्डिंग का एक कमिटी ने इंस्पेक्शन करने के बाद अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. जिसमें बताया गया है कि हॉस्पिटल पूरी तरह से हैंडओवर लेने के लिए तैयार है. एक्सपर्ट मैनपावर के साथ ही हॉस्पिटल में कुछ बदलाव करने की जरूरत भी बताई गई है. जिसके तहत स्टेराइल जोन में आटोमैटिक दरवाजे लगाने की सलाह दी गई है जिससे कि स्टेराइल जोन की इंपार्टेंस बनी रहे. वहीं इंफेक्शन की संभावना नहीं के बराबर होगी.
ट्रीटमेंट प्लांट की छत पर रेलिंग
हॉस्पिटल कैंपस में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है. जहां पर कमिटी ने छत पर रेलिंग लगाने की सलाह दी है जिससे कि भविष्य में कोई दुर्घटना न हो. हालांकि इसे लेकर संबंधित इंजीनियर ने बताया कि एसटीपी की छत पर केवल आपरेटर्स को जाने की अनुमति होगी. फीलिंग प्लांट के पास रेलिंग लगाई गई है.
एक्सपर्ट मैनपावर की है जरूरत
500 बेड वाले इस बिल्डिंग में मॉड्यूलर ओटी, सीएसएसडी, लाउंड्री, किचन, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, चिलर प्लांट, इलेक्ट्रिकल सब स्टेशन, इलेक्ट्रिकल पैनल, ट्रांसफार्मर, एचटी पैनल, जेनरेटर को चलाने के लिए एक्सपर्ट की जरूरत है. कमिटी ने इसकी पूरी लिस्ट भी सौंप दी है. वहीं डॉक्टरों की भी सूची अटैच की गई है. इसके अलावा हॉस्पिटल के संचालन के लिए पर्याप्त सिक्योरिटी गार्ड्स भी चाहिए होंगे.