जमशेदपुर। शुक्रवार की रात जमशेदपुर सूर्य मंदिर परिसर में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास एवं वर्तमान विधायक सरयू राय के गुटों के बीच हुए झड़प हुई थी. जिसके बाद जिला प्रशासन पूरी तरह सर्तक हो गया है. दोबारा किसी की तरह कोई घटना ना हो उसे लेकर जिला प्रशासन ने तैयारी कर ली है. इधर विधायक सरयू राय ने भी शनिवार को अस्पताल जाकर मारपीट में जख्मी हुए अपने समर्थकों का हालचाल लिया.
शनिवार को उपायुक्त विजया जाधव ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के साथ सर्किट हाउस में बैठक कर घटना की पूरी जानकारी ली. बैठक के बाद जिला प्रशासन ने छठ महापर्व पर आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम पर रोक लगा दी है. डीसी ने बताया कि मंदिर परिसर और छठ घाट को छोड़कर बाकि तमाम स्थानों को फिलहाल बंद किया गया है. पूर्व की तरह श्रद्धालु घाट पर पहुंचकर अर्घ्य देंगे और पूजा कर वापस लौट जाएंगे. लेकिन परिसर में कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होगा, जिला प्रसाशन की टीम उक्त स्थल पर पैनी नजर रखेगी और पुलिस बल की तैनाती पूरे परिसर में रहेगी. इसके अलावा उन्होने ये भी कहा कि उस स्थल पर किसी तरह की राजनितिक गतिविधि पर भी रोक है.
सरयू राय ने लिया घायलों का हालचाल
जमशेदपुर (पूर्वी) के विधायक सरयू राय शहर लौटते ही सूर्य मंदिर में मारपीट प्रकरण में घायल हुए अपने कार्यकर्ताओ से टीएमएच में जाकर मिले और उनका हालचाल जाना. कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद सरयू राय ने कहा कि वो बेंगलुरू में थे वो शनिवार को शहर लौटे और सबसे पहले टीएमएच आए हैं. उन्होंने कहा कि सिदगोड़ा सूर्य मंदिर में शुक्रवार को जो घटना घटी, वह सुनियोजित थी. उन्होंने कहा कि इस घटना में भाजमो जिला अध्यक्ष सुबोध कुमार श्रीवास्तव, लक्ष्मी देवी समेत अन्य को काफी चोटें आयी हैं, फिलहाल सभी अस्पताल में इलाजरत हैं.
विधायक सरयू राय ने बताया कि इस घटना का सीसीटीवी फुटेज उन्होंने देखा है. फुटेज के माध्यम से उपद्रवियों की पहचान की जाएगी कि भाजपा के हैं और कौन बाहरी हैं. उन्होंने कहा कि पहचान नहीं होने पर उनकी तस्वीर गली-मोहल्ले में लगाकर लोगों से पहचान कराने का प्रयास करेंगे. इस बीच प्रशासन इस पर क्या कर रहा है उस पर नजर रखी जाएगी. उन्होंने कहा कि भाजपा का कोई होगा तो उसकी जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष को दी जाएगी.