अमर्यादित बयान के लिए चंद्रवंशी समाज से माफी मांगे अटार्नी जनरल : निश्चय वर्मा

लोहरदगा । अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा के युवा प्रदेश अध्यक्ष निश्चय वर्मा ने प्रेस बयान जारी करते हुए कहा है कि केंद्र सरकार के अटॉर्नी जनरल वेंकटरमणी  द्वारा अमर्यादित टिप्पणी करते हुए जाली नोटों की तुलना मगध नरेश सम्राट जरासंध से की गई है इसकी उन्होंने कड़ी शब्दो मे निंदा की है। निश्चय वर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार के पास नोटबंदी के फैसले को हमारे पूर्वज मगध नरेश चक्रवर्ती सम्राट जरासंध का नाम लेकर अपमानित करना बर्दाश्त नही किया जाएगा l प्रदेश युवा सचिव रितेश कुमार वर्मा ने कहा है कि अटॉर्नी जनरल को शायद ज्ञात नहीं है की सम्राट जरासंध महान शिवभक्त एवं महादानी थे, ब्राह्मण और अतिथि सेवक थे ।यही कारण था कि श्री कृष्ण महाराज जरासंध के राज में प्रवेश करते समय ब्राह्मण का रूप धारण कर लिए थे उन्हें पता था कि जब तक वह ब्राह्मण रूप में है तब तक महाराज जरासंध उनको किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचा पाएंगे और उनकी हर मनचाहे बरदान को सहर्ष स्वीकार कर  लेंगे। प्रदेश युवा महामंत्री जितेंद्र वर्मा ने कहा है की सम्राट जरासंध अपने परम शत्रु  को सामने पाकर भी अतिथि देवो भव धर्म का पालन किया l उनके लिए अमर्यादित बयान देना अटार्नी जनरल को महंगा पड़ेगा l
मत्स्य पुराण, वायु पुराण जैसे धर्म ग्रंथों में सम्राट जरासंध को जरासंधेश्वर की उपाधि देते हुए कहा गया है कि उनके जैसा आज तक कोई धर्मात्मा नहीं हुआ ,  जिसने  आराधना कर स्वर्ग के समस्त देवताओं को मलमास महीने में राजगीर में वास करने का वचन लेकर पृथ्वी पर विद्वमान किया  हो। अटॉर्नी जनरल की अभद्र टिप्पणी से चंद्रवंशी समाज में आक्रोश व्याप्त है , अभद्र बयान पर अगर केंद्र सरकार द्वारा ठोस कदम नहीं उठाया गया तो परिणाम स्वरूप आंदोलन किया जाएगा और अटॉर्नी जनरल का पुतला दहन के साथ-साथ मानहानि का दावा किया जाएगा ।

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