लोहरदगा। आईएमए ने सात सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को डीसी बाघमारे प्रसाद कृष्ण को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा गया है आईएमए अपनी मांगों के समर्थन में 1 मार्च को सामूहिक रूप से कार्य से अलग रहेंगे। सिर्फ इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी। डीसी को दिए गए मांगपत्र में कहा गया है कि गत 26 फरवरी को राँची स्थित आईएमए भवन में आईएमए और झासा की राज्य कार्यकारिणी इकाई की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में निर्णय लिया गया है कि 01 मार्च बुधवार को पूरे राज्य के चिकित्सक एवं चिकित्सा से जुड़े संगठन द्वारा सभी सरकारी एवं गैर सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर इमरजेंसी सेवा को छोड़ कर अन्य सभी सेवाएं बाधित रहेगी। आईएमए के प्रमुख मांगों में गढ़वा जिले में घटी घटना के दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी एवं कानून सम्मत कार्रवाई हो। हजारीबाग उप विकास आयुक्त द्वारा चिकित्सक के साथ कि गई बदसलूकी के लिए उप विकास आयुक्त मेडिकल कॉलेज की विधि व्यवस्था में सुधार के लिए दिया गया। अतिरिक्त प्रभार (प्रशासक) के पद से हटाया जाए। जामताडा के स्थानीय विधायक के व्यवहार पर विधायक की निंदा की मांग, पेटरवार में चिकित्सक के साथ मारपीट की घटना के दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी एवं कानून सम्मत कार्रवाई की मांग, लोहरदगा-सिविल सर्जन डॉ संजय कुमार सुबोध को प्राइवेट नर्सिंग होम के संचालक द्वारा जान से मारने की धमकी दिए जाने के दोषी व्यक्ति की अविलंब गिरफ्तारी एवं कानून सम्मत कार्रवाई की मांग, बायोमैट्रिक अटेंडेंस को वेतन से नहीं जोड़ने व इसकी मॉनिटरिंग का अधिकार संबंधित निकासी पदाधिकारी को दिये जाने, मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने और क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में सुधार की मांग की गई है।