लोहरदगा । झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा लोहरदगा जिला समिति की बैठक गुरुवार को कार्यकारी जिला अध्यक्ष अमर किन्डो की अध्यक्षता में हुई। बैठक में केन्द्रीय समिति के अध्यक्ष राजू महतो, वरीय उपाध्यक्ष अश्विनी कुजूर, जिला संयोजक प्रोफ़ेसर विनोद भगत आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे। मौके पर केन्द्रीय अध्यक्ष श्री महतो ने कहा कि आन्दोलनकारियों की समस्याओं और मांगों पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी हठधर्मिता छोड़ें और जल्द से जल्द निदान करें। मुख्यमंत्री की हठधर्मिता से आंदोलनकारियों झारखंड वासियों में तीव्र जनाक्रोश भड़क रहा है, जिससे उन्हें बड़ी कीमत चुकानी होगी। उन्होंने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में आगामी 16 मार्च को विधानसभा के समक्ष पारंपरिक हथियारों के साथ प्रदर्शन उसकी बानगी होगी। वरीय उपाध्यक्ष श्री कुजूर ने झारखंड सरकार द्वारा चिन्हितीकरण मामले को लेकर किए जा रहे कार्यकलापों पर असंतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि चिन्हित सीनियर आंदोलनकारियों द्वारा पहचान करने वालों का एफिडेविट मांगा जाना, फार्म भरने के समय भी एफिडेविट का मांग किया जाना, आखिर इतनी जटिलता क्यों! उन्होंने कहा कि अपील करते हुए कहा कि वे आंदोलनकारी के पुत्र होने का हक अदा करें। बिना किसी दबाव के जेल जाने की बाध्यता समाप्त करते हुए सभी झारखंड आंदोलनकारियों को समान रूप से मान-सम्मान, पहचान, नियोजन, पेंशन आदि के मामले को अविलंब निष्पादित करें। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग किया है कि झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा का एक प्रतिनिधि मंडल के साथ जल्द वार्ता करें। ऐसा नहीं हुआ तो आगामी 16 मार्च को विधानसभा के समक्ष पारंपरिक हथियारों के साथ प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 16 मार्च को विधानसभा के समक्ष तीखा आंदोलन किया जाएगा। प्रोफेसर विनोद भगत ने कहा कि झारखंड राज्य बने 22 वर्ष से अधिक हो गए, लेकिन आंदोलनकारियों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है। चिन्हितीकरण आयोग का पुनर्गठन तो कर दी गई है, लेकिन पूर्ण रूप से पावर नहीं दी गई, जिससे सैकड़ों आंदोलनकारियों का चिन्हितीकरण कार्य अधर पर लटका है। उन्होंने कहा कि 16 मार्च को लोहरदगा जिले से पारंपरिक वेशभूषा और पारंपरिक हथियारों के साथ हजारों की संख्या में आंदोलनकारी भाग लेंगे। इसकी तैयारी को लेकर लोहरदगा प्रखंड के कुज्जी ग्राम में 5 मार्च को एवं सेन्हा प्रखंड में 12 मार्च को बैठक होगी। संबोधित करने वालों में केन्द्रीय महिला संयोजिका विनिता खलखो, एरेन कच्छप, इसरार अहमद, जिला सचिव विशेषण भगत, अमर किन्डो, प्रो. बुटन महली, दीपक वर्मा, जगदीश उरांव, कृष्णा ठाकुर, सीता उरांव, तरामनी मिंज, सालेन लकड़ा, बालोमनी बाखला आदि शामिल थे। बैठक का संचालन जिला सचिव विशेषण भगत ने की। मौके पर तारा खलखो, दिनेश साहू, सोमनाथ उरांव, चैतु मुंडा, मो. मनीरूद्दीन अंसारी, नागेंद्र साहु, प्रतिमा भारती, ललिता भगत, छोटन विश्वकर्मा, अनुभा टोप्पो, अफरोज शाह आदि सहित बड़ी संख्या में आंदोलनकारी मौजूद थे।
आंदोलनकारियों की समस्याओं के निदान पर हठधर्मिता छोड़ें हेमंत सोरेन : राजू महतो
