लोहरदगा। झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देशानुसार लोहरदगा जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने मोटर वाहन दुर्घटना एवं बीमा क्लेम को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का आयोजन न्यायालय परिसर स्थित सभागार में किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश -सह- अध्यक्ष डालसा राजेंद्र बहादुर पाल, बार अध्यक्ष डॉ प्रमोद पुजारी, डालसा सचिव राजेश कुमार एवं ट्रांसपोर्ट निरीक्षक शिरिल बेसरा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेंद्र बहादुर पाल ने कहा कि सड़क पर सावधानी अति महत्वपूर्ण है किंतु दुर्घटना की स्थिति में मुआवजा का भी प्रावधान किया गया है। यदि क्लेमेंट इमानदारी से मृतक या घायल की आर्थिक स्थिति को न्यायालय के समक्ष रखे तो पीड़ित पक्ष को जल्द से जल्द न्याय मिलने की उम्मीद बढ़ जाती है। न्यायालय में दुर्घटना दावा के विभिन्न पहलुओं पर अधिवक्ता सीपी पाठक ने भी अपने विचार रखे। जबकि जिला मोटर वाहन निरीक्षक सिरिल बेसरा ने पुराने गाड़ियों की खरीद बिक्री से संबंधित विभिन्न नियमों को बतलाते हुए फार्म 29 एवं फार्म 30 को भरकर ही पूराने वाहन हस्तांतरण करने पर बल दिया। इससे पूर्व उद्घाटन भाषण में बार के अध्यक्ष डॉ पीके पुजारी ने ऐसे कार्यशाला के निरंतर आयोजन पर बल दिया। कार्यशाला में विभिन्न थानों के पुलिस अधिकारी, मोटर वाहन से जुड़े अधिवक्ता, बीमा कंपनी के प्रतिनिधि एवं डालसा के पीएलवी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डालसा सचिव राजेश कुमार ने किया। उन्होंने सड़क दुघर्टना में घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने पर बल दिया। जिसके लिए सरकार प्रोत्साहन राशि भी दे रही है।
मोटर वाहन दुर्घटना एवं बीमा क्लेम को लेकर कार्यशाला का हुआ आयोजन
