लोहरदगा। मनोहर लाल अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर +2 विद्यालय लोहरदगा में बुधवार को भारतीय नूतन वर्ष अभिनंदन सह सरहुल पूर्व संध्या समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि जिला राजी पड़हा समिति के बेल लक्ष्मी नारायण भगत, विद्या भारती विद्यालय समिति अध्यक्ष शशिधर लाल अग्रवाल, समिति की सदस्या शोभा देवी, कृष्णा प्रसाद, शिवशंकर प्रसाद, शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य सुरेश चंद्र पांडे, विद्वत परिषद के सदस्य बैजनाथ मिश्रा व देवानंद महतो और +2 के प्राचार्य उत्तम मुखर्जी ने मां दुर्गा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार के चित्र पर पुष्प अर्पित एवं उनके समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अपने संबोधन में मुख्य अतिथि लक्ष्मी नारायण भगत ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति के आरंभ से ही हम सभी पृथ्वी को मां मानते हैं। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को अपनी परंपरा और संस्कृति से जुड़े रखना ही अपना संरक्षण है। कृष्णा प्रसाद जी ने सभी को नव वर्ष की मंगल कामना देते हुए कहा कि यह हमारे लिए अति गौरव का क्षण है कि हम नव वर्ष बना रहे है. परिषद के सदस्य बैजनाथ मिश्र ने कहा कि सरना शब्द दुर्गा सप्तशती से लिया गया है जिसका अर्थ होता है शरण देने वाली मां. शशिधर लाल अग्रवाल ने कहा कि हमारी संस्कृति और परंपराओं से ही हमारी पहचान है. मौके पर विद्यार्थियों ने सरहुल और नव वर्ष के उत्साह को समर्पित कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कई प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई। लोकगीत एवं नृत्य प्रतियोगिता में आर्यावर्त सदन विजेता और भारतवर्ष सदन उपविजेता रही. पारंपरिक वेशभूषा प्रतियोगिता में बालक वर्ग में संदीप उरांव, राजकुमार उरांव और रितेश मुंडा ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय हुए। जबकि बालिका वर्ग में प्रियंका उरांव,पूनम कुमारी और सुहानी टोप्पो ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय हुई। सभी को अतिथियों ने पुरस्कार और प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया। अतिथियों का परिचय प्राचार्य उत्तम मुखर्जी ने कराया जबकि संचालन रश्मि साहू और धन्यवाद ज्ञापन आरती भगत ने किया। आयोजन को सफल बनाने में प्रीति कुमारी गुप्ता, नीतू कुमारी, रेणु कुमारी, कविता कुमारी, चेतना प्रिया, यशोदा कुमारी, ऋद्धि मिश्रा सहित शिक्षक शिक्षिकाओं एवं कर्मियों ने महत्वपूर्ण योगदान किया।
लोक नृत्य एवं गीत प्रतियोगिता में आर्यावर्त सदन विजेता और भारतवर्ष उपविजेता
