कैरो। जुनून के आगे हर किसी की हिम्मत बुलंद हो जाती है। बात कर रहे हैं एक नन्ही बिटिया जोया फातिमा कि जो कैरो प्रखंड अंतर्गत ग्राम गराडीह निवासी मोहम्मद वसीम अकरम और रूमाना प्रवीण की 6 वर्षीय पुत्री हैं। जोया फातिमा के जिद ने मां रूमाना प्रवीण और पिता वसीम अकरम गर्व से कहते हैं कि महज 6 वर्ष की उम्र में ही हमारी बेटी जोया इस पाक माह रमजानूल मुबारक के महीने में बड़े बड़ों को नसीहत देने का बेहतर कार्य कर दिखाई है। जोया फातिमा लोहरदगा बतहा अकाडेमी वर्ग 2 की छात्रा है। जोया अपने अब्बू अम्मी के सामने रोजा रखने के लिए काफी जिद करने लगी आखिरकार मां बाप ने बेटी की जिद पर कुर्बान जाते हुए रोजा रखने की इजाजत दे दी उसके बाद तो जोया फातिमा खुशी से खिल उठी और माहे रमजान के पहले दिन से मुसलसल रोजा रखकर समाज में बेहतर पैगाम देने के अलावा मिसाल कायम कर दिखा रही हैं जिसका क्षेत्र के लोगों में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। इधर जोया फातिमा के रोजा नमाज से मां रूमाना प्रवीण और पिता वसीम अकरम खुद को काफी खुशकिस्मत मां पिता महसूस कर रहे हैं।
छः वर्षिय जोया ने रोजा रखकर पेश की मिशाल
