लोहरदगा। सीएचसी कुडू के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुलामी होरो की अध्यक्षता में टीबी बिमारी को लेकर जीएनएम, एएनएम, लैब टेक्नीशियन एवं फर्मासिस्ट का उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमे टीबी बीमारी के लक्षण, जांच एवं उपचार के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि टीबी मुक्त पंचायत, गांव एवं प्रखंड बनाने को लेकर जनप्रतिनिधियों की भूमिका काफी अहम है। इसलिए आप सभी सहिया एवं स्वास्थ्य कर्मी गांव एवं पंचायत स्तर पर समुदाय के लोगों, जनप्रतिनिधियों के सहयोग से इसे एक जन आंदोलन के रूप में परिवर्तित करें। ताकि एक भी टीबी मरीज इलाज से वंचित नहीं रह सके। इस दौरान पीरामल स्वास्थ्य के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुधीर कुमार राय ने बताया कि टीबी एक संक्रामक बिमारी है, जो मुख्यत: फेफड़ों पर हमला करता है। इसके अतिरिक्त शरीड़ के अन्य हिस्सों में भी हो सकता है। उन्होंने बताया कि अभी 21 दिवसीय घर घर सघन टीबी रोगी खोज अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत घर में छिपे संदिग्ध टीबी रोगियों की पहचान किया जाना है। उन्होंने बताया कि लगातार दो सप्ताह या उससे अधिक दिनों से खांसी आ रहा हो, सीने में दर्द हो, बलगम के साथ खून आ रहा हो, वजन घट रहा हो, रात में सोने के समय पसीना आ रहा हो, बुखार हो तो अविलंब टीबी की जांच स्वास्थ्य केन्द्रों पर जाकर करायें।
जीएनएम, एएनएम, लैब टेक्नीशियन व फर्मासिस्ट का उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित
