लोहरदगा। बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर शुक्रवार को समाहरणालय मैदान में जिला प्रशासन एससी, एसटी, पिछड़ा जाति पदाधिकारी एवं कर्मचारी संघ और अम्बेडकर विचार परिषद लोहरदगा की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर समाहरणालय परिसर के समीप अवस्थित डॉ भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इसमें प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेंद्र बहादुर पाल, उपायुक्त डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण, पुलिस अधीक्षक आर० रामकुमार, अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार लाल, जिला परिषद अध्यक्ष रीना कुमारी, जिला परिषद सदस्य किस्को संदीप कुमार, अम्बेडकर विचार परिषद के संस्थापक सचिव दिगंबर राम, सचिव लखन राम समेत अन्य सदस्यों द्वारा माल्यार्पण किया गया। इससे पूर्व प्रातः काल में कचहरी मोड़ से घुमकुड़िया देशवली से मोटरसाईकिल रैली पावरगज- अपर बाजार मिशन चौक होकर न्यु रोड से समाहरणालय मैदान तक किया गया। समाहरणालय मैदान में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई और सभी के द्वारा बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण किया गया व पुष्पांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेंद्र बहादुर पाल ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर राजनीतिक एवं सामाजिक प्रताड़ना के बावजूद अपने आप को सही दिशा दिया और शिक्षा रूपी हथियार को लेकर आगे बढ़े एवं समाज को एक संदेश दिया। आज उनका गुणगान पूरा देश ही नहीं पूरा विश्व करता है।अतः सभी को बच्चों को पढ़ने की प्रेरणा देनी चाहिये।जब 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ तो सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय का अवसर प्राप्त हुआ। आज जिले में संवैधनिक प्रक्रिया के तहत लोगों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। कार्यक्रम में उपायुक्त लोहरदगा वाघमारे प्रसाद कृष्ण ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर समाज को एक दिशा देने के लिए अपना पूरा उम्र गुजार दिए। उनका संदेश “शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो” इसी मूल मंत्र को लेकर आगे बढ़ने का संदेश दिया।सभी पढ़े लिखे लोगों को संविधान के मौलिक अधिकारो और नीति निर्देशक तत्वों का अध्ययन जरूर करना चाहिये. आज समाज को उनके आदर्शों पर चलना चाहिए। उन्होंने उपस्थित तमाम लोगों से निवेदन किया कि आप अपने आने वाले भविष्य में बाल बच्चों को शिक्षा पर अधिक ध्यान देने पर जोर दें। पुलिस अधीक्षक आर रामकुमार ने कहा कि अम्बेडकर ने शिक्षा के आधार पर ऊंचे मुकाम तक पहुंचे।अतः आदमी को लंबे जीवन जीने की बजाय ऊंचे जीवन की सोच रखने चाहिए।जिला परिषद अध्यक्ष नेकहा किअम्बेडकर के उच्च आदर्शों का अनुकरण कर आगे बढ़े।संदीप कुमार जिला परिषद सदस्य ने कहा कि हर पढ़े लिखे घर मे संविधान की पुस्तक रखनी चाहिए। आज के कार्यक्रम में संबंधित संघ एवं परिषद के पदाधिकारी एवं कर्मचारी एवं समाजसेवी कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में महिला एवं पुरुष समाज के अगुआ स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित थे. आज के कार्यक्रम में बाबा साहब के जीवनी पर आधारित फिल्म का प्रदर्शन किया गया। सक्षम राज एवं टीम द्वारा संगीत नृत्य एवं भाषण, कलाकारों द्वारा कला प्रदर्शन किया गया। सचिव, अम्बेडकर विचार परिषद लोहरदगा द्वारा बाबा साहब के जीवनीपर प्रकाश डाला गया।स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा बाबा साहब पर तीन-तीन मिनट का भाषण दिया गया । प्रथम सीमितप्रतियोगिता परीक्षा से उपसमाहर्ता पद पर चयनित लाल बाल किशोर नाथ शाहदेव, अम्बिका कुमारी और विजय उरांव को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त पदाधिकारियों, कर्मियों को भी सम्मानित किया गया।नृत्य एवं गान में भाग लेने वाले विद्यालय के बच्चों को भी सम्मानित किया गया। बाबा साहब से संबंधित पुस्तक का भी वितरण किया गया। जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा एसटी-एससी अत्याचार निवारण अधिनियम से संबंधित जानकारी एवं धन्यवाद ज्ञापन दी गयी।
बाबा साहब शिक्षा रूपी हथियार को लेकर आगे बढ़े एवं समाज को एक संदेश दिया : पीडीजे
