लोहरदगा। लोहरदगा तेली धर्मशाला मे रविवार को पिछड़ा वर्ग संघर्ष समिति की बैठक माटीकला बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष श्रीचंद प्रजापति की अध्यक्षता मे हुई। बैठक में कहा गया कि लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, लातेहार,खूंटी, पश्चिमी सिंहभूम और दुमका मे पिछडों के लिए आरक्षण शून्य किये जाने से पिछड़ों मे उबाल और उलगुलान के साथ आंदोलन का बिगुल बजने वाला है। तेली समाज के केंद्रीय अध्यक्ष के निर्देशन पर लोहरदगा तैलिक सभा भवन मे जिले के सभी पिछड़ा वर्ग की बैठक हुई। जिसमें सिमडेगा के जगदीश साहू ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया की क्यों पिछड़ों को एकजुट और गोलबंद होने की आवश्यकता है। मौके पर पूर्व बीजेपी जिला अध्यक्ष राजकिशोर महतो ने कहा की झारखण्ड अलग प्रान्त के निर्माण मे पिछड़ो की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। लेकिन झारखण्ड मे सरकार बनते ही पेशा काला क़ानून लागु कर हम पिछड़ों के अधिकार को सिमित कर हमारे बच्चों का भविष्य बर्बाद कर दिया गया है। बीजेपी पिछड़ा मोर्चा जिला अध्यक्ष संजय चौधरी ने कहा की पिछड़ा संघर्ष मोर्चा अच्छी पहल है लेकिन इसे आरक्षण के साथ सामाजिक बंधन तोड़ने का भी कार्य किया जाय। लोहरदगा जिला तेली समाज अध्यक्ष जयनाथ साहू ने कहा की अगड़ों को 10% आरक्षण बिना मांगे आंदोलन के दे दिया गया लेकिन हम पिछड़ों की आबादी 52% है तो भी 27% आरक्षण के लिए लड़ना पड़ता है। वही सात जिलों मे आरक्षण शून्य होना हमारा अपमान है जो अब बर्दास्त नहीं किया जाएगा। राष्ट्रीय तेली युवा अध्यक्ष रिपुसूदन साहू ने कहा की झारखण्ड माटी की भाषा सादरी और नागपुरी है।हम पिछड़े ही आदिवासी हैं, लेकिन झारखण्ड की सरकार चाहे बीजेपी, कांग्रेस या जेएमएम की रही है सबने पिछडों को लूटने का काम किया गया है। मौके पर रोहित साहू, शम्भू प्रजापति, असलम अंसारी, विनोद तमेडा, मनोज गुप्ता, सरोज प्रजापति, ओह्म गुप्ता, सोहन साहू, राजेश, सरिता साहू, सागर वर्मा, प्रदीप ठाकुर को संचालन की जिम्मेदारी दी गयीं है। बैठक का मंच संचालन मनोज साहू और धन्यवाद ज्ञापन रामप्रसाद साहू द्वारा किया गया.
वोट पर करना होग चोट, तभी पिछड़ों की आवाज सुनी जाएगी : मुनेश्वर साहू
