लोहरदगा। जिले के अति नक्सल प्रभावित प्रखण्ड पेसरार के केकराँग और भूसाड़ के जंगलों मे ग्रामीणों द्वारा महुवा चुनने को ले लगाए गए आग ने घने जंगल को भी अपने चपेट में ले लिया है। ग्रामीणों की नासमझी के कारण पर्यावरण नुकसान पहुंच रहा है। जंगल को आग से बचाने को ले वन विभाग द्वारा जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है पर इसका लाभ होते नजर नही आ रहा है। मामले में जिले के उपायुक्त डॉ. वाघमारे प्रसाद कृष्ण ने डीएफओ को जानकारी देने की बात कहते हुए कहा है कि जिला प्रशासन फॉरेस्ट विभाग से समन्वय कर जंगलों मे आग लगाने की प्रवृति को रोकने को ले कदम उठाएगी, ग्रामीणों को समझाया जायेगा। लापरवाही से जंगल मे आग लगाना पर्यावरण को कितना नुकसान देगा, जंगल को बचाये इससे हम इंसान तो बचेंगे ही जंगली पशु पक्षी भी बचेंगे और पर्यावरण भी बचेगा।
केकरांग व भूसाड़ में लगे आग से जंगल हो रहे नस्ट
