लोहरदगा। शीला अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर के सभागार में सोमवार को वीर कुंवर सिंह जयंती का आयोजन किया गया। आगत अधिकारियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन से कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया। इस मौके पर विद्यालय के भैया बहनों ने बाबू कुंवर सिंह की जीवनी पर अपना अभिभाषण प्रस्तुत किया। विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य अमरकांत शुक्ला ने अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि वीर कुंवर सिंह 1857के स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे। 80 वर्ष की उम्र में भी उन्होंने अपने पराक्रम एवं युद्ध कौशल से अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे। उनके जीवन से हमें देशभक्ति एवं पराक्रम की प्रेरणा मिलती है।इस मौके पर विक्की कुमार साहू, शौर्य कुमार, अर्णव राज दिव्यम राज, नुसरत जहां, माही कुमारी, श्रेष्ठ कुमार, शौर्य कुमार, अमित उरांव एवं तन्मय गौतम ने अपना अभिभाषण प्रस्तुत किया एवं दिव्यांश वर्मा, आर्यन राणा तथा तन्मय गौतम ने चित्रकला प्रतियोगिता के अंतर्गत वीर कुंवर सिंह का चित्र बनाकर प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य बिपिन कुमार दास ने कहा कि वीर कुंवर सिंह का जीवन अनुकरणीय एवं प्रेरणादायक है. भैया बहनों को उनके जीवन से देशभक्ति एवं पराक्रम की प्रेरणा लेनी चाहिए। इस मौके पर मुख्य रूप से राजीव कुमार सिंह, गोरख पांडेय, मधुमिता शर्मा, अनीता देवी, बीना तिवारी, विष्णु दत्त पांडेय, श्याम सुंदर कुमार, मंजू देवी, मुकेश कुमार सिन्हा, जया मिश्रा, दिनेश प्रसाद सिंह, नीलिमा सिह, प्रमेंद्र सिह, विजय चंद्रशेखर, ऋषि रंजन, श्वेता संदेश सहित सभी आचार्य आचार्या एवं भैया बहन उपस्थित थे।
सरस्वती विद्या मंदिर में मनाई गई वीर कुंवर सिंह की जयंती
