लोहरदगा। स्वास्थ्य विभाग एवं सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत पेशरार प्रखण्ड के स्वास्थ्य उपकेंद्र मक्का में चयनित पियर एजूकेसन का दो दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. इस प्रशिक्षण में उपस्थित साथिया को डिस्ट्रिक्ट काउंसलर के द्वारा आरकेएसके कार्यक्रम, पियर एजुकेटर (साथिया) कि भूमिका तथा युवा मैत्री केंद्र के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षक के द्वारा नशा पान, गैर संचारी रोग, मानव तस्करी, बाल विवाह, इसके अलावा समाज में महिला पुरुष समानता लाने में किशोरों कि भूमिका पर विशेष रूप से जानकारी दी गई. साथ ही इस प्रशिक्षण में बाल विवाह के दुष्परिणाम पर विशेष जानकारी देते हुए बतलाया गया कि हम सभी को मिलकर इस दिशा में विशेष ध्यान देने कि जरूरत है और आप अपने गावं के किशोर के लीडर हैं. आप सभी किशोरों को जागरुक कर बाल विवाह मुक्त गावं बनाने में अपना मतवपूर्ण योगदान दे सकते है और किशोरियों को अपना एक सपना गढ़ने का मौका दे सकते है. साथ ही इस बात पर जोर दिया गया कि जो सदियों से महिला पुरुष के बिच भेद-भाव कि परम्परा चली आ रही है उसके लिए किशोरों को आगे आना होगा कि हम ये परम्परा को तोड़ सके और एक बराबरी वाले समाज का निर्माण कर सके और इसके लिए किशोर कि भूमिका मतवपूर्ण है. इस चीज कि सुरुवात आपको अपने घर से करनी होगी तो उसे देख कर पुरे समाज में एक बदलाव आएगा और महिलाओं को भी आगे आने का मौका मिलेगा.
प्रशिक्षण के अंत में सभी के द्वारा सपथ लिया गया कि हम महिला पुरुष में समानता आये और बाल विवाह मुक्त गावं हो इसके लिए विशेष अभियान चलाएंगे। इस प्रशिक्षण में C3 इंडिया के रंजन कुमार, पवन कुमार गुप्ता, स्वास्थ्य विभाग से डिस्ट्रिक्ट काउंसलर सीता लिंडा, आर के एस के बीटीटी अमित बिपिन, एएनएम सुनीता हेमरोम, मटिल्डा एवं स्वास्थ्य उप केंद्र मक्का, मुर्मू एवं जोबांग के किशोर साथिया मौजूद थे.
किशोर करेगें बराबरी वाले समाज का निर्माण
