लोहरदगा। झारखंड राज्य जनसेवक संघ ने गुरुवार को समाहरणालय के समक्ष धरना देते हुए उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा है। उपायुक्त कार्यालय के समक्ष झारखंड राज्य जनसेवक संघ के अह्वान पर कृषि विभाग द्वारा षड्यंत्र के तहत गत 10 वर्षो से कार्यरत जनसेवकों का ग्रेड पे 2400 से घटाकर 2000 किए जाने के विरुद्ध लोहरदगा जिला जनसेवकों द्वारा एक दिवसीय धरना दिया गया। जनसेवकों का कहना है कि ग्रेड पे 2400 से 2000 करने का आदेश कृषि निदेशालय द्वारा दिया वर्ष 2011-2012 में दिया गया था। जनसेवकों की बहाली के समय विज्ञापन एवं अन्य नियमावली के आधार पर प्रकाशित किया गया था. उसमें जनसेवकों का वेतनमान 5200- 20200 तथा ग्रेड पे 2400 निर्धारित था। उसी विज्ञापन एवं नियमावली के आधार पर जनसेवकों की नियुक्ति की गई थी। तत्पश्चात नियुक्ति जनसेवकों द्वारा 10 वर्षो से अधिक की अटूट सेवा के पश्चात विभाग द्वारा प्रोत्साहन के स्थान पर षडयंत्र के तहत ग्रेड पे कम कर हत्तोसाहित करने का कार्य किया जा रहा है। ज्ञात हो कि जनसेवक कृषि विभाग के अंतर्गत एक तकनीकि पद है तथा क्षेत्र में तकनीकि प्रयोग, प्रसार मे जनसेवकों द्वारा ‘प्रोत्साहन का कार्य किया जा रहा है। परंतु विभागीय निष्क्रियता के कारण जनसेवक अपने मूल कार्य के अतिरिक्त अन्य विभागों का कार्य भी पूरी निष्ठा से करते रहें है। अब विभाग द्वारा वर्तमान परन्तु झारखण्ड सरकार के कृषि को बढ़ावा देने के मंशा के विरुद्ध कृषि कार्य से जुड़े जनसेवकों का वेतनम घटा दिया गया है। जनसेवकों का कहना है कि ऐसी परिस्थिति में कृषि विकास की कल्पना समझ से परे है। मौके पर उदय महतो, इंदरजीत लकड़ा, मनीष मिश्रा, आलोक कुमार, अभिषेक हिमांशु, अभिषेक एक्का, महत्तम यादव, त्रिवेणी भगत, किशोर उरांव, प्रतिमा नागेसिया, मेहरानी टोप्पो, सीताराम रविदास, रामकुमार गुप्ता समेत बड़ी संख्या में जनसेवक मौजूद थे।
झारखंड राज्य जनसेवक संघ ने समाहरणालय के समक्ष दिया धरना
