लोहरदगा। बुटी ब्रांच को लेकर ग्रामीणों में काफी रोष देखने को मिल रहा है। यह मामला वर्षों से चला आ रहा है, परंतु दो माह पूर्व ग्रामीणों में काफी तनाव बना हुआ है। जिसको लेकर कई बार अधिकारी बैंक ऑफ इंडिया शाखा बुटी का अवलोकन कर जायजा लिया गया है। वहीं ग्रामीणों ने समस्या से एलडीएम सहित जोरनल मैनेजर एवं जिला के आलाधिकारी को अवगत कराकर समस्या का निदान कराने की मांग किया. यह मामला 29 जनवरी 2017 से चला आ रहा है। इस शाखा को लेकर सांसद सुदर्शन भगत, उपायुक्त लोहरदगा, पूर्व विधायक रमेश उराँव, थाना प्रभारी सहित अन्य अधिकारी को प्रतिलिपि के माध्यम से अवगत कराया जा चुका है। बताया जाता है कि बैंक ऑफ इंडिया शाखा बुटी के ब्रांच मैनेजर ने बुटी ग्राम में तीन ग्रामीणों को मकान निर्माण कराने का प्रपोजल 2017 में सुरेश साहू को दिया गया था। जबकि पहला मकान निर्माण के उपरांत ब्रांच को गुमराह कर यह बताया गया कि बैंक गांव से बाहर सड़क के किनारे जाने पर खतरा हो सकता है। तभी प्रपोजल को कैंसिल करते हुए शिला देवी को मकान बनाने का प्रपोजल दिया गया। इसने भी लौन लेकर बैंक के लिए भवन बनाया परंतु बिचौलिया के बहकावे में आकर उसे भी रिजेक्ट कर दिया गया और फिर ब्रांच संचालित करने के लिए अफजल अंसारी को बैंक के द्वारा प्रपोजल दिया गया। उसने भी लौन का सहारा लेकर भवन निर्माण किया। जिसपर ग्रामीण एकजुट हो बैंक के रवैया से तंग आकर आए दिन बैठक कर रहें है। और जिला के आलाधिकारी सहित प्रखंड प्रशासन से न्याय का गुहार लगया जा रहा है। इसी संदर्भ में बुटी ग्राम के ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त डॉ0 वाघमारे प्रसाद कृष्ण को आवेदन के माध्यम से अवगत कराते हुए मंगलवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार चोपड़ा एवं थाना प्रभारी धनंजय कुमार पासवान को आवेदन के जरिए अवगत कराते हुए न्याय का गुहार लगया गया। बताया जाता है कि प्रशासन के द्वारा पूर्व में बैंक संचालन को लेकर बुटी ग्राम का दौरा कर ब्रांच मैनेजर को स्थान्तरण पर रोक लगाते हुए जहां संचालित है। वही संचालन करने का निर्देश दिया गया था। परंतु प्रशासन के निर्देश को ताख पर रख ब्रांच मैनेजर मनमानी कर रहा है और ग्रामीणों के बीच सौहार्द बिगड़ने के कार्य भी किया जा रहा है। ग्रामीणों की आवेदन को संज्ञान में लेते हुए बीडीओ अशोक कुमार चोपड़ा ने कहा अग्रतर कारवाई को लेकर बैंक पदाधिकारी एलडीएम को अग्रसारित किया जाएगा और ग्रामीणों की समस्या निदान किया जाएगा।
बीडीओ को ज्ञापन सौंप निदान की लगाई गुहार
