लोहरदगा। लोहरदगा जिले के पेशरार प्रखंड क्षेत्र के सीरम पंचायत के ग्राम जामडीह के गांव में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम का खुल्लम खुल्ला उलंघन किया जा रहा है. इसके तहत लाभुक बिकास उरांव, मंगरा परहईया, वीरेंद्र उरांव, का सिंचाई कूप व्यवस्था के लिए कुआं का निर्माण कराया जा रहा है. लेकिन कुआं में काम कर रहे मजदूर बिमल उरांव, मुनेश उरांव रामदेव लोहरा, प्रभु उरांव आदि मजदूरों का कहना है की 2 महीना से मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ है. जिससे मजदूरों का आर्थिक स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ता जा रहा है और मजदूरों का आजीविका सही ढंग से नहीं चल रहा है. जबकि सरकार के द्वारा बनाया गया. सरकारी योजना जहां 2 महीना से मजदूरों का मजदूरी भुगतान नहीं होने से मनरेगा योजना दम तोड़ने लगा है जो साफ तौर पर झलक रहा है. इधर कुआं में काम कर रहे हैं सभी मजदूरों का कहना है की मजदूरी का पैसा नहीं मिलेगा तो अब कुआं में काम करना बंद कर देंगे. इधर मनरेगा योजना के मजदूरों के साथ शोषण होना यह बहुत बड़ा चिंता की बात है. सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि कुआं में काम करने के दौरान प्रभु उरांव के पैर में चोट लगा है. जिसका पैर से रक्त का बहाव हो रहा है. लेकिन मजदूर को दवा नहीं दिया जा रहा है. अब देखना है की मनरेगा योजना का मजदूर को मजदूरी का भुगतान कब दिया जाएगा। मनरेगा योजना के तहत मजदूरों के हित के लिए दवा के नाम पर जिले में करोड़ों रुपए का बजट केवल एक सपना रह गया है. छोटे से चोट का दवा उपलब्ध नहीं कराने यह बहुत बड़ा मुद्दा है।
पेशरार प्रखंड में मनरेगा योजना के मजदूरों को नही मिल रहा मजदूरी
