सेन्हा/लोहरदगा। विकास योजना से लेकर घरेलू विवाद व डायन कुप्रथा एवं अन्य प्रकार की ग्रामीण समस्याओं पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वधान में बुधवार को चलंत लोक अदालत सह विधिक जागरूकता शिविर का आयोजित कर पैनल बोर्ड अधिवक्ता के द्वारा दी गई जानकारी झारखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वधान में मुफ्त कानूनी सहायता हेतु सेन्हा प्रखंड परिसर में ग्रामीणों के बीच कानूनी जानकारी व निष्पादन हेतु सलाह दी गई। विशेष कर अंधविश्वास,महिला उत्पीड़न,समाजिक सुरक्षा सहित अन्य बिंदुओं पर विस्तार पूर्वक जानकारी पैनल बोर्ड के अधिवक्ता बिमल किशोर नारायण तिवारी द्वारा दिया गया। साथ ही सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के बारे में भी बताया गया। बता दें माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेन्द्र बहादुर पाल के निर्देश पर झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा चलंत लोक अदालत के माध्यम से प्रखंड क्षेत्र में जगरुक्ता अभियान चलाने का निर्देश पर कार्य किया जा रहा है। जगरुक्ता अभियान के दौरान बताया गया कि कोरोना संक्रमण को लेकर बच्चों का पढ़ाई काफी बाधित हुआ है।और ऐसी प्रस्थिति में अपने लक्ष्य को छोड़ कर बच्चे गलत संगत का शिकार हो रहे है। साथ ही उन्होंने कहा ग्रामीण क्षेत्र में आज भी शिक्षा का घोर अभाव है। जिसके कारण ग्रामीण अंधविश्वास में जीवन व्यतीत करने को मजबूर है। उन्होंने सभी बातों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देश के आलोक में जिला एवम स्तर न्यायधीश के निर्देश पर चलंत लोक अदालत सह जगरुक्ता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके माध्यम से विभिन्न गांव में चलंत लोक अदालत सह जगरुक्ता अभियान चलाया जाना है। और ग्रामीण लोगों को विकास,शिक्षा और अन्धविश्वाश जैसे सभी बिंदुओं पर जानकारी देते हुए जागरूक किया जायेगा। अशिक्षा,अन्धविश्वाश में न भटक कर लोग विकास की अग्रसर हो सकेंगे। इस मौके पर पैनल बोर्ड के अधिवक्ता बिमल किशोर नारायण तिवारी,उमेश प्रसाद,राजस्व कर्मचारी रामा महतो के अलावे लक्ष्मी कुमारी,अशोक यादव सहित महिलाएं उपस्थित थी।
कानूनी जगरुक्ता अभियान से जगरुक हो ग्रामीण पैनल बोर्ड अधिवक्ता
