लोहरदगा। लोहरदगा जिला के कांग्रेसी नेता आलोक कुमार साहू ग्रामीणों की शिकायत पर भंडरा प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर वहां के ग्रामीणों से रूबरू हुए। मौके पर ग्रामीणों ने श्री साहू को बताया कि विगत 6 वर्षों से भंडरा जलापूर्ति योजना बंद है जिसके कारण जनता को पेयजल की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि विगत 2014-15 में भंडरा जलापूर्ति योजना बनकर तैयार हुआ था। दक्षिण कोयल नदी सिठियो से यहां पानी का सप्लाई होता है । चालू होने के एक सप्ताह तक ही है जलापूर्ति योजना चला तब से यह आज तक बंद है। ग्रामीणों का कहना है कि टंकी में लीकेज है जिसके कारण टंकी में पूरा पानी नहीं आता है जिस कारण जलापूर्ति बंद है । ग्रामीणों ने कहा कि पेयजल के अधिकारियों को शिकायत करते करते थक गए लेकिन यह जलापूर्ति योजना चालू नहीं हुआ है। अभी भंडरा में डीप बोरिंग के माध्यम से 200-250 घर में सिर्फ जलापूर्ति होती है जबकि भंडरा पुरा बस्ती में लगभग 600 से 700 घर है। ग्रामीणों ने बताया कि भंडरा के मल्हार बस्ती, हरिजन बस्ती, आदिवासी बस्ती में पेयजल सप्लाई नहीं होता है। इन बस्ती में पेयजल का कोई साधन नहीं है जिसके कारण यहां की जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने श्री साहू से भंडरा जलापूर्ति योजना चालू कराने की मांग किये। इस दौरान श्री साहू ग्रामीणों के साथ पहाड़ में स्थित पानी टंकी का भी निरीक्षण किए। श्री साहू ने कहा कि यह योजना लगभग 12 -13 करोड़ का है। यह योजना शुरू से ही प्रारंभ नहीं हुआ है। संवेदक एवं विभागीय लापरवाही के कारण सरकारी राशि का बंदरबांट किया गया है। यह योजना हाथी का दांत साबित हुआ जिसका खामिया विगत 6 वर्षों से यहां की जनता झेल रही है उन्हें पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है। भ्रष्टाचार को कांग्रेस पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगा । श्री साहू ने झारखंड पेयजल विभाग के मंत्री मिथलेश ठाकुर जी को ट्वीट कर विगत 6 वर्षों से बंद पड़े योजना का उच्च स्तरीय जांच करवाकर जलापूर्ति योजना को शीघ्र चालू कराने की मांग किए । श्री साहू ने लोहरदगा उपायुक्त को भी इसकी जानकारी देकर समुचित कार्रवाई करने का आग्रह किए। मौके पर आशुतोष गुप्ता, शंकर भगत, अमर साहू, अनिल उरांव, सोमरा उरांव, दिनेश उरांव, युसूफ अंसारी ,मिहिर अंसारी, मोहन साहू सहित अनेक ग्रामीण उपस्थित थे।
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री को ट्वीट कर आलोक साहू ने उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग किये
