सेन्हा/लोहरदगा l लिप्टस पेड़ कटाई कर घटते जलस्रोत पर नियंत्रण किया गया परंतु सरकारी सम्पति का नुकसान पहुंचाने में कोई कसर नही छोड़ा जा रहा है। यह कार्य किसी आम आदमी के द्वारा नही बल्कि सतधारी जे एम एम जिला अध्यक्ष के आड़ में किया जा रहा है। जिससे हो रही नुकसान पर कोई विभागीय कारवाई नही किया जा रहा है। इस प्रकार का मामला सेन्हा अंचल सह प्रखंड परिसर में रविवार को लिप्टस पेड़ कटाई के दौरान देखा गया जहां पेड़ कटाई के समय चारदीवारी क्षतिग्रस्त हों गया। बताया जाता है कि निविदा प्राप्त संवेदक अपनी सत्ता के आड़ में लापरवाही के साथ पेड़ काटने का कार्य करवा रहा है। सेन्हा अंचल सह प्रखंड परिसर में लिप्टस पेड़ कटाई के दौरान लगतार परिसर में नुकसान हो रहा है। बताया जाता है कि लापरवाही से लिप्टस पेड़ कटाई होने के कारण कभी भवन का छत टूट रहा है तो कभी फलदार वृक्ष को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। परंतु रविवार को पेड़ कटाई के दौरान परिसर का चारदीवारी क्षतिग्रस्त हो गया। जिससे परिसर में रहने वाले कर्मचारियों को चोकना रहना पड़ सकता है। चारदीवारी क्षतिग्रस्त के पूर्व प्रखंड परिसर में बेखोप हो रहते थे परंतु अब भय बना हुआ है। बार बार सरकारी संपति क्षतिग्रस्त होने के बाबजूद अभी तक विभागीय कारवाई नही किया गया। बताया जाता है कि लिप्टस पेड़ कटाई के पूर्व निविदा किया गया था। जिसको लेकर स्थानीय ग्रामीणों में रोष देखने को मिला था। जिसके कारण कुछ समय के लिए निविदा पर रोक लगया गया। और समय बीतते एवं स्थानीय लोगों को शान्त देख उसी निविदा पर घोषण कर पेड़ काटने का अनुमति दिया गया। परंतु इसका परिणाम आज सामने देखने को मिल रहा है। बता दें कि कभी भवन तो कभी हरेभरे फलदार वृक्ष,चारदीवारी को क्षतिग्रस्त किया जा रहा है। इस प्रकार सरकारी सम्पति का नुकसान पहुंचाने का कार्य कोई आम आदमी के द्वारा नही बल्कि एक सतधारी के आड़ में किया जा रहा है। लिप्टस पेड़ कटाई के दौरान इससे पूर्व पुराण प्रखंड कार्यालय का भी क्षतिग्रस्त हुआ था जिसका अभी तक मरमती हुआ नही की रविवार को चारदीवारी भी क्षतिग्रस्त किया गया।
लिप्टस पेड़ कटाई के दौरान चारदीवारी हुआ क्षतिग्रस्त
