धनबाद। लोयाबाद में एक मां ने अपनी दुधमुंही बच्ची को झाड़ियों में फेंक दिया. बच्ची के रोने की आवाज सुनकर ग्रामीण पहुंचे और उसे स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. बच्ची को गोद लेने के लिए कई दावेदार पहुंचे. बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ नारे के बीच जिले के लोयाबाद थाना अंतर्गत एकड़ा में रविवार 17 जुलाई को एक मां ने अपनी बेटी को अभिशाप मानकर झाड़ियों में फेंक दिया.
लोग कह रहे बच्ची को मिली लड़की होने की सजा
रविवार को एकड़ा में झाड़ियों के पास एक नवजात के रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग जुट गए. झाड़ियों से जब नवजात को बाहर निकाला गया तो लोगों को समझते देर नहीं लगी कि उसे लड़की होने की सजा मिली है. ग्रामीणों में से एक युवक ने बच्ची को गोद में उठा लिया और उसे करकेंद स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. बच्ची स्वस्थ बताई जा रही है. उसका वजन दो किलो है. स्वास्थ्य केंद्र में ही नर्स ने अपनी गोद में लेकर उसे दूध भी पिलाया. खबर सुनकर गोद लेने वाले कई दावेदार अस्पताल के बाहर जमा हो गए.
पुलिस ने चाइल्ड लाइन को सौंपा
सूचना पाकर लोयाबाद पुलिस भी पहुंची और बच्ची के स्वास्थ्य की जानकारी ली. जानकारी मिलने के बाद सीडब्लूसी के अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने संज्ञान लेते हुए लोयाबाद थाना प्रभारी से बच्ची को सौंपने के लिए संपर्क किया. थाना प्रभारी विकास यादव ने बताया कि बच्ची को सीडब्ल्यूसी में प्रस्तुत किया गया. बाद में उसे चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया. यहां बच्ची की देखरेख होगी और वहीं से गोद लेने की प्रक्रिया भी होगी.