खूंटी। अड़की ब्लॉक (खूंटी) की सात पंचायतों के ग्रामीण 3 किमी की सड़क बनवाने को गुरुवार को सड़कों पर उतरे. वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. खूंटी-तमाड़ रोड से बंदगांव तक 43 किमी सड़क का निर्माण होना है. इसमें से 40 किमी सड़क बनकर तैयार है. हालांकि 3 किमी सड़क निर्माण का काम अब भी अधूरा है. इस पर काम रुका हुआ है. इसका कारण बताया जाता है कि यह 3 किमी सड़क कोरवा और चुकलु घाटी में है, जो वन क्षेत्र में है. वन भूमि में सड़क निर्माण कार्य करने का एनओसी चार सालों बाद भी वन विभाग ने अब तक नहीं दिया है. ऐसे में शेष इस 3 किमी सड़क का निर्माण रुका ही हुआ है. इसी सड़क के लिए वन भूमि का एनओसी वन विभाग से देने की मांग को लेकर 1000 से अधिक आदिवासी सड़कों पर उतरे हैं. इसके लिए विरोध कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों ने आज खेती गृहस्थी का काम छोड़ दिया है. वन प्रमंडल, खूंटी के कार्यालय के समक्ष उपस्थित हुए हैं. 50-60 किमी की दूरी तय करते आये ग्रामीण एनओसी जारी किए जाने तक हिलने को तैयार नहीं हैं.
कभी था सरकारी योजनाओं का विरोध
गौरतलब है कि अड़की ब्लॉक की विभिन्न पंचायतों से आए सभी लोग उस इलाके के हैं, जहां कभी सरकारी योजनाओं का विरोध हुआ करता था. पूर्ववर्ती रघुवर सरकार में पत्थलगड़ी मूवमेंट के दौरान ग्रामीणों ने किसी भी तरह की सरकारी योजनाओं का और सरकारी पदाधिकारियों का इलाके में प्रवेश वर्जित बनाते हुए मुहिम चलाई थी. पर अब स्थिति यह है कि यही ग्रामीण अपने इलाके में सरकारी योजना को पूर्ण करने की मांग को लेकर धरना देने खूंटी आए हैं.