रांची। महज तीन दिनों बाद 28 जुलाई से बर्मिंघम (इंग्लैंड) में कॉमनवेल्थ गेम्स होने हैं. 8 अगस्त तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में भारत की ओर से 215 खिलाड़ी दुनिया के सामने अपना जौहर दिखाएंगे. झारखंड के भी 8 खिलाड़ी इनमें शामिल हैं. लॉन बॉल और हॉकी की भारतीय टीम में झारखंड के खिलाड़ियों पर भी भरोसा दिखाया गया है. लॉन बॉल के 10 प्लेयरों की लिस्ट में 5 खिलाड़ी झारखंड से हैं. पुरुष वर्ग में झारखंड के प्लेयर्स सुनील बहादुर, दिनेश कुमार (झारखंड पुलिस) और चंदन कुमार सिंह हैं तो महिला वर्ग में रूपा रानी तिर्की (डी.एस.ओ, रामगढ़) और लवली चौबे (झारखंड पुलिस) चयनित हुई हैं. इसी तरह से भारतीय महिला हॉकी टीम में (18 सदस्य) तीन खिलाड़ी झारखंड से हैं. इसमें निक्की प्रधान, सलीमा टेटे और संगीता कुमारी भी शामिल हैं. तीनों खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. सलीमा टेटे और निक्की प्रधान तो टोक्यो ओलंपिक में भी खेल चुकी हैं.
ये है खेल शेड्यूल
झारखंड के लोगों का ध्यान अपने खिलाड़ियों पर अधिक रहेगा. खासकर हॉकी और लॉन बॉल में. भारतीय महिला हॉकी टीम को कॉमनवेल्थ गेम्स में इंग्लैंड, कनाडा, वेल्स और घाना के साथ पूल ए में रखा गया है. हॉकी के मैच बर्मिंघम विश्वविद्यालय में होंगे. भारत अपने अभियान की शुरुआत 29 जुलाई को घाना के खिलाफ करेगा. इसके बाद 30 जुलाई को भारत बनाम वेल्स, 2 अगस्त को भारत बनाम इंग्लैंड और 3 अगस्त को कनाडा बनाम भारत मैच खेला जायेगा. लॉन बॉल्स और पैरा लॉन बॉल्स की प्रतियोगिता विक्टोरिया पार्क के एंटरटेनमेंट सेंटर में होनी है. इन दोनों खेलों में से लॉन बॉल के खिलाड़ियों से आस की जा रही है कि वे पदक लाएंगे.
हॉकी, तीरंदाजी में झारखंड की चमक
वर्ष 2000 में अलग राज्य बनने के बाद से अब तक हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में झारखंड के खिलाड़ियों ने हॉकी और तीरंदाजी में देश दुनिया का ध्यान खींचा है. पिछली दफा गोल्ड कोस्ट सिटी (ऑस्ट्रेलिया) में 21वें राष्ट्रमंडल खेल का आयोजन 4 अप्रैल 2018 से 15 अप्रैल 2018 के बीच आयोजित किया गया था. इसमें भारतीय महिला हॉकी टीम में झारखंड की ओर से केवल निक्की प्रधान को ही शामिल होने का मौका मिला था. इस बार के कॉमनवेल्थ में निक्की के अलावे सलीमा टेटे और संगीता कुमारी भी अपना हुनर दिखाएंगी. इससे पूर्व 2002 में भारतीय महिला हॉकी टीम ने मैनचेस्टर (इंग्लैंड) कॉमनवेल्थ गेम में गोल्ड मेडल हासिल किया था. इस टीम में झारखंड से सुमराय टेटे के अलावे झारखंड से मसिरा सुरीन और कान्ति बा भी शामिल की गयी थीं. सुमराय टेटे तो 2006 मेलबर्न में आयोजित कॉमनवेल्थ हॉकी टीम की कैप्टन भी बनायी गयी थीं. इसमें भारत को रजत पदक मिला था.
2010 में दिल्ली में हुआ कॉमनवेल्थ गेम झारखंड के तीरंदाजी के खिलाड़ियों के लिहाज से बेहतर साबित हुआ था. इसमें व्यक्तिगत रिकर्व प्रतियोगिता में दीपिका कुमारी ने स्वर्ण पदक हासिल किया था. इस प्रतियोगिता में महिला टीम रिकर्व प्रतियोगिता में भी मुंबईला देवी (मूलतः मणिपुर) तथा डोला बनर्जी के साथ मिलकर दीपिका ने स्वर्ण पदक जीता था. डोला मूलतः पश्चिम बंगाल की हैं जो टाटा आर्चरी क्लब से जुड़ी रही थीं. भाग्यवती चानू, झानू हांसदा ने भी इस दौरान पदक हासिल किये थे. टाटा आर्चरी से जुड़े रहे और डोला के भाई राहुल बनर्जी ने भी इसी कॉमनवेल्थ गेम में स्वर्ण पदक पाया था. इसके साथ ही पहले भारतीय तीरंदाज बने थे जिसे इस गेम में स्वर्ण पदक मिला था. जयंत तालुकदार भी इसी टूर्नामेंट में एक पदक जीता था. वैसे राज्य बनने से ठीक पहले पूर्णिमा महतो ने 1998 कॉमनवेल्थ गेम में तीरंदाजी में रजत पदक जीता था. इन खेलों के अलावे 2010 के कॉमनवेल्थ गेम में धनबाद के रितेश आनंद ने 4 गुना 100 मीटर की रिले रेस में कांस्य पदक पाया था.
17 प्रतियोगिताओं में 503 मेडल
गौरतलब है कि 1930 से शुरू हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत 18वीं बार पार्टिसिपेट कर रहा है. इस साल 108 पुरुष और 107 महिला खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. भारत कुल 15 गेम्स में हिस्सा लेगा जिसमें क्रिकेट भी शामिल है. इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला क्रिकेट को भी शामिल किया गया है जबकि शूटिंग और तीरंदाजी के खेल इस बार नहीं होंगे. भारत ने पिछले 17 खेल प्रतियोगिताओं में 503 मेडल जीते हैं. इसमें से 135 मेडल सिर्फ शूटिंग में आए हैं. इस बार पीवी सिंधू (बैडमिंटन) और नीरज चोपड़ा (भाला फेंक) जैसे खिलाड़ियों से पदक की उम्मीद है.