बोकारो। बोकारो पुलिस आधा दर्जन सरकारी बिल्डिंगों पर अवैध रूप से कब्जा की हुई है. पुलिस विभाग के पास अपना भवन नहीं होने के कारण पुलिसकर्मी कब्जा जमाये हुए है. अपना भवन नहीं होने के कारण पुलिसिंग कार्य भी काफी प्रभाविच होती है. बता दें कि पुलिस का काम चुनौतियों से भरा हुआ होता है. लेकिन थकान दूर करने के लिए भवन तक नसीब नहीं है.लिहाजा पुलिस ने सरकारी बिल्डिंगों पर कब्जा जमा लिया है. इनमें पुलिस के वरीय अधिकारी भी शामिल हैं. जिसको लेकर पुलिस अतिक्रमणकारियों से मकान खाली करवाने के लिए संबंधित विभाग ने पुलिस अधीक्षक को पत्र भी लिख चुका है,लेकिन वर्षो से जिला परिषद समेत अन्य विभागों का भवन खाली नहीं हुआ.
जिले के जरीडीह पुलिस इंस्पेक्टर का कार्यालय व विश्राम गृह जिला परिषद भवन में संचालित होता है. जबकि बरमसिया थाना की पुलिस भी सरकारी भवन को आवासीय परिसर में तब्दील कर दिया है.होमगार्ड के कमांडेंट ने बीएसएल के अस्पताल भवन को हथिया लिया है.जबकि ट्रैफिक डीएसपी मैडम का दफ्तर भी सेल भवन में संचालित होता है. यहां तक की डीआईजी सामुदायिक भवन में बैठते हैं.सेक्टर 4 थाना एक पूर्व के आलू गोदाम में चलता है.सेक्टर 6 थाना की कमोवेश यही स्थिति है.
जिला परिषद का पुलिस विभाग पर सवा तीन लाख रुपये बकाया
जिला परिषद द्वारा 18 बार संबंधित विभाग को और पुलिस अधीक्षक बोकारो को पत्र भेज चुका है. मकान को खाली कराने का निर्देश जारी कर चुका है. तत्कालीन जिप अध्यक्ष ने एसपी को स्मरण पत्र भेजकर किराये की मांग भी किया था. जिला परिषद ने प्रस्ताव पारित कर किराये वसूली के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया है. जिला परिषद का पुलिस विभाग पर लगभग सवा तीन लाख रुपए बतौर किराया बकाया है. लेकिन पुलिस विभाग ने ना तो बिल्डिंग खाली करवाया और ना ही किराया दिया. लिहाजा जिला परिषद को राजस्व का नुकसान हो रहा है. यदि पैसे मिल गए होते तो कहीं ना कहीं उसका समायोजन कर विकासोन्नमुखी कार्य शुरू होते.
जिला परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी डीडीसी कृति श्री ने बताया कि पुलिस कप्तान को हाल में ही पत्र भेजा है.बकाए राशि का डिमांड किया गया है.