देवघर। श्रावणी मेला 2022 में बाबाधाम आनेवाले श्रद्धालुओं को सुलभ और सुरक्षित जलार्पण कराने के उद्देश्य से डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये हैं. उन्होंने कहा कि बाबा मंदिर में वीआईपी, वीवीआईपी और आउट ऑफ टर्न दर्शन और जलार्पण की अनुमति नहीं है.
वर्ष 2015 से रोक बरकरार:
डीसी ने कहा कि वर्ष 2015 से ही रोक बरकरार है. इसलिए पूर्व की तरह ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इस नियम को सख्ती से लागू करें, ताकि श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक जलार्पण कराया जा सके. उन्होंने कहा कि काफी संख्या में श्रद्धालु बाबा मंदिर पहुंच रहे हैं. इसलिए उनकी जान-माल की सुरक्षा को लेकर निर्देश दिया गया है.
वीआईपी, वीवीआईपी और आउट ऑफ टर्न दर्शन और जलार्पण की रोक:
मालूम हो कि झारखंड सरकार के प्रधान सचिव द्वारा 11 जुलाई, 2022 को जारी पत्र में केंद्र, राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेश को सूचित किया है कि बाबा बैद्यनाथ के दर्शन के लिए हर साल देश के विभिन्न इलाकों से लाखों श्रद्धालु आते हैं. ऐसे में वीआईपी, वीवीआईपी और आउट ऑफ टर्न दर्शन और जलार्पण से श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसे देखते हुए वर्ष 2015 से ही राज्य सरकार ने इसे बंद करने का फैसला लिया था. यह व्यवस्था इस साल भी पूर्ण रूप से लागू रहेगी.
डीसी ने किया अनुरोध:
डीसी ने सभी से अनुरोध किया है कि नियम का पालन कराने में जिला प्रशासन का सहयोग करें. उन्होंने कहा कि राजकीय श्रावणी मेला के दौरान अबतक सभी के सहयोग से श्रद्धालुओं को सुलभ और सुरक्षित जलार्पण कराया जा रहा है, जिससे श्रद्धालु एक बेहतर अनुभूति लेकर सुरक्षित तरीके से अपने गंतव्य स्थान की ओर जा रहे हैं.
मंदिर को विकास पत्र से 18 लाख की आमदनी:
बाबा मंदिर परिसर में लगे विकास पत्र से एक सप्ताह में 18,85,907 रुपये की आमदनी हुई है. कैमरे की निगरानी में रुपये की गिनती हुई. इस दौरान प्राप्त रुपये को मंदिर के लेखापाल संजय सुमन सिन्हा ने मंदिर के अकाउंट में जमा कराया है.