रामगढ़। जिला पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति की बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में की गई. उपायुक्त ने क्षेत्रीय पदाधिकारी प्रदूषण नियंत्रण पर्षद से प्रदूषण नियंत्रण को लेकर उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों व चलाए गए जांच अभियान के उपरांत की गई कार्रवाई की जानकारी ली. उपायुक्त ने कार्यों पर असंतोष जाहिर करते हुए क्षेत्रीय पदाधिकारी प्रदूषण नियंत्रण पर्षद को कार्यों को गंभीरता से लेने एवं प्रदूषण नियंत्रण के खिलाफ कड़े कदम उठाने का निर्देश दिया. इसके लिए उपायुक्त ने वैसे सभी कारखाने जो प्रदूषण नियंत्रण मानकों का पालन नहीं कर रहे है, उनके खिलाफ जांच अभियान चलाकर कड़ी कार्रवाई करने एवं कार्रवाई से संबंधित प्रतिवेदन जिला स्तर पर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. वहीं उपायुक्त ने श्रम अधीक्षक रामगढ़ से पूर्व की बैठक में कारखानों में चलाए जाने वाले जांच अभियान को लेकर दिए गए निर्देशों के तहत किए गए कार्यों की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने श्रम अधीक्षक को कारखाना निरीक्षक के साथ संयुक्त रूप से बड़े स्तर पर कारखानों व निजी अस्पतालों में न्यूनतम मजदूरी को लेकर जांच अभियान चलाने एवं जिन कारखानों व अस्पतालों में कर्मियों व मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी दर नहीं दिया जा रहा है के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
त्वरित कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश
उपायुक्त ने जिला खनन पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारियों को उनके क्षेत्रों में जांच अभियान चलाने एवं अवैध क्रेशरों व अन्य अवैध माइनिंग गतिविधियों पर रोक लगाने का निर्देश दिये. इस दौरान उन्होंने जांच के क्रम में अवैध पाए जाने के उपरांत अवैध क्रेशरों को त्वरित ध्वस्त करते हुए कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने कार्यपालक अभियंता विद्युत प्रमंडल को वर्तमान में संचालित कारखानों व चल रहे खनन गतिविधियों में इस्तेमाल किए जा रहे बिजली के वैध अथवा अवैध होने की जांच करने का निर्देश दिया. वहीं उन्होंने किसी भी प्रकार के नए कारखाने अथवा खनन संबंधित गतिविधियों के लिए विद्युत कनेक्शन देने के पूर्व सभी तरह के दस्तावेजों की गहन जांच करते हुए कनेक्शन देने का निर्देश दिया है.