पटमदा। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘जल है तो कल है’ को साकार करने के उद्देश्य से मनरेगा द्वारा पटमदा प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में वर्षा जल को संग्रह कर भू-गर्भ जल के स्तर को सुरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है. पटमदा प्रखंड मुख्यालय से करीब सात किमी दूरी पर स्थित पटमदा पंचायत के आगुईडांगरा गांव में एक खाली पड़े जमीन पर मनरेगा योजना के तहत ग्रामीण मजदूरों द्वारा जमीन को खोदकर टीसीबी का निर्माण करवाया जा रहा है. इस योजना से वर्षा के जल को सीधे नदी-नाले में बहने से रोककर जमीन के गड्ढे में जमाकर जमीनी जल के स्तर को बेहतर बनाया जाएगा.
श्रमदान कर लोगों में जागरुकता लाने की एक पहल : नीलम कुमारी
इसी कड़ी में जिले की उपायुक्त द्वारा भी प्रखंड में कार्यरत सभी कर्मियों को अपने कार्य दिवस पर किसी भी मनरेगा कार्य में श्रमदान कर इस योजना के प्रति लोगो में जागरुकता लाकर सफल बनाने का संकल्प लिया गया. पंचायत राज विभाग की नीलम कुमारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में जल स्तर को बढ़ाने और जल की बर्बादी को रोकने के उद्देश्य से ये योजनाएं चलाकर श्रमदान कर लोगों में जागरुकता लाने की एक पहल है. इसमें किसी भी मनरेगा योजना में श्रमदान कर योजनाओं को पूर्ण किया जा रहा हैं.