धनबाद। सुदामडीह रेलवे स्टेशन के निकट सूर्य मंदिर घाट दामोदर नदी में डूबे दूसरे युवक बृहद चौहान उर्फ गोलू के शव को भी निकाल लिया गया है. घटना के 21 घंटे के बाद सोमवार 8 अगस्त को कड़ी मशक्कत के बाद रांची की एनडीआरएफ की टीम को यह सफलता मिली. इसके पहले रविवार शाम को दिवाकर पासवान के शव को स्थानीय गोता खोरों ने निकाला था. घटना के बाद से ही सुदामडीह व पाथरडीह पुलिस, सीओ और स्थानीय गोताखोर नदी में डूबे दूसरे युवक की तलाश कर रहे थे.
पांच दोस्त गए थे नहाने, दो डूब गए
ज्ञातव्य है कि रविवार 7 अगस्त को लोदना निवासी पांच युवक दामोदर नदी में नहाकर मंदिर में पूजा करने गए थे. नदी में नहाते वक्त सभी गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे. ऐन वक्त पर पांच दोस्तों में अविनाश कुमार, नितेश कुमार और पंकज कुमार स्थानीय लोगों की मदद से किसी तरह बच निकले. परंतु दिवाकर पासवान और बृहद चौहान उर्फ गोलू रेलवे पुल के पिलर के निकट गहरे पानी में जा फंसे. स्थानीय गोताखोरों के काफी प्रयास के बाद दिवाकर पासवान का शव निकाल लिया गया, जबकि वृहद चौहान उर्फ गोलू की तलाश जारी रही.
झरिया के सीओ सहित डटी रही स्थानीय पुलिस
रांची से आए एनडीआरएफ अधिकारी आशुतोष वर्मा ने बताया कि स्थानीय गोताखोरों की मदद से 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद युवक के शव को बाहर निकाला गया. झरिया अंचलाधिकारी रामप्रवेश कुशवाहा ने कहा कि स्थानीय लोगों के सहयोग से एनडीआरएफ की टीम ने दूसरे दिन शव को बाहर निकाला. सीओ ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस प्रकार की घटना दोबारा ना हो, इसके लिए स्नान के दौरान डेंजर जोन में ना जाएं. बीच-बीच में डैम का पानी छोड़ा जाता है ,जिससे तेज बहाव के साथ नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाता है और ऐसी घटना हो सकती है. इसलिए लोग नदी के किनारे ही स्नान करें. इधर इस घटना के बाद से पूरे लोदना में मातम का माहौल है. परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है.