शहरी और औद्योगिक विकास को रफ्तार, 195 किमी होगी आउटर रिंग रोड की लंबाई

रांची। राजधानी रांची में आउटर रिंग रोड 195 किमी लंबा बनेगा. यह राज्य का सबसे लंबा रिंग रोड-बाइपास होगा. राजधानी से सटे पांच नेशनल हाइवे भी इससे जुड़ेंगे. रिंग रोड से कई कनेक्टिंग सड़कें भी जुडेंगी जिससे आस-पास के इलाकों के लोगों को रिंग रोड में आना आसान होगा. रांची में रिंग रोड निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. भारत सरकार के केंद्रीय पथ एवं परिवहन मंत्रालय ने झारखंड एनएच विंग को इसके निर्माण के लिए कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया है. चार से छह लेन रोड बनाया जायेगा. पथ निर्माण विभाग ने इसके निर्माण के लिए एलाइनमेंट भी तैयार कर लिया है. निर्माण के लिए कंसलटेंट की तलाश की जा रही है. 12 अगस्त से कंसलटेंसी के लिए बिड जमा करने की तिथि खोली गयी है, 3 सितंबर तक इसे फाइनल कर दिया जाएगा.

वर्तमान रिंग रोड से आठ-दस किमी दूरी से बनेगा

राजधानी में छह लेन का रिंग रोड अभी बना हुआ है. इसकी शुरूआत रामपुर से तिलता-विकास-नेवरी होते हुए वापस रामपुर तक है. नेवरी से रामपुर तक की सड़क निर्माण अभी चल रहा काम अंतिम चरण में हैं. वर्तमान रिंग रोड 86 किमी लंबा है. इससे अभी एनएच-75,एनएच-23 व एनएच-33 (तीन NH) जुड़ा हुआ है. इस सड़क के बनने से रांची की लाइफ बदल गयी है. वाहनों का आवागमन काफी सुगम हुआ है. शहर के बाहर ही बाहर बड़े से छोटे वाहन गुजरते हैं, जिससे शहर के जाम से मुक्ति मिलती है.

हालांकि, अब शहर में बढ़ते भीड़ और आवासीय व औद्योगिक गतिविधियों के कारण एक और रिंग रोड बनाने की आवश्यकता महसूस की गयी. ऐसे मे वर्तमान रिंग रोड से आठ-दस किमी दूरी से आउटर रिंग रोड का निर्माण कराने की योजना तैयार की गयी है.

पांच नेशनल हाइवे से गुजरेगा आउटर रिंग रोड, NH-20 के उरकीद से होगा शुरू

राजधानी का दूसर रिंग रोड आउटर पांच नेशनल हाइवे से जुड़ेगा. इससे रांची से आसपास के शहरों में आवागमन आसान होगा. पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों के अनुसार एनएच 20 के उरकीद से शुरू होगा जो नेशनल हाइवे 75 ,एनएच 75 के आसपास से निकलेगा. यह रिंग रोड एनएच 43,एनएच 75 ई चाइबासा रोड,एनएच 33 के एक तरफ रांची रामगढ़ रोड व दूसरी तरह रांची-जमशेदपुर रोड रामपुर से आगे को जोडेगा. यह रिंग रोड वापस उर्किड से जुड़ेगा. इस रोड में 7 मीटर चौड़ा सर्विस रोड भी बनेगा.

रिंग रोड बनने से शहरी विकास को मिलेगा बढ़ावा : सुनील कुमार

पथ निर्माण सचिव सुनील कुमार ने कहा कि राजधानी में आउटर रिंग रोड बनाने के लिए केंद्रीय पथ एवं परिवहन मंत्रालय ने कंसलटेंसी तलाश कराने का निर्देश दिया है. राज्य सरकार ने इस संबंध में केंद्र के समक्ष प्रस्ताव रखा था. आउटर रिंग रोड अगामी 30 वर्षो से अधिक समय की ट्रैफिक की आवश्यकताओं को देखते हुए बनाने का निर्णय लिया गया है.

पथ निर्माण विभाग यह प्रयास कर रहा है जल्द ही डीपीआर इत्यादि तैयार करके इसके निर्माण के लिए आगे बढ़े. इस आउटर रिंग रोड बनने से राजधानी के शहरी विकास और औद्योगिक विकास को काफी फायदा भी मिलेगा.

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