श्रीकांत मिश्रा : हर हाल में बीमा क्षेत्र का निजीकरण रोकेंगे

धनबाद। ऑल इंडिया इश्योरेंस एम्प्लाइज एसोसिएशन व बीमा कर्मचारी संघ हजारीबाग मंडल का 29 वां वार्षिक अधिवेशन 27 अगस्त शनिवार को न्यू टाउन हॉल में शुरू हुआ. अधिवेशन में 400 से भी अधिक बीमा कर्मी शामिल हुए. इसके पहले टाउन हॉल परिसर से प्रातः 9 बजे भव्य रैली निकाली गई. रैली रणधीर वर्मा चौक, डीआरएम चौक होती हुई टाउन हॉल लौटी. मजदूरों व आम जनता की मौलिक समस्याओं को रैली में छऊ नृत्य के माध्यम से उजागर किया गया. रैली समापन पर अध्यक्ष ने झंडोत्तोलन किया व शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की. शुरुआत सामाजिक संस्था जागृति ग्रुप की मिताली मुखर्जी व उनकी टीम द्वारा स्वागत संगीत से हुई. अधिवेशन का उद्घाटन मुख्य अतिथि अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ के राष्ट्रीय महासचिव श्रीकांत मिश्रा ने किया.

देश के लिए बहुत ही चुनौतीपूर्ण काल

अधिवेशन को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम बहुत ही चुनौतीपूर्ण काल से गुजर रहे हैं. एक ओर देश की आर्थिक स्थिति डांवाडोल है, तो दूसरी ओर इस विषम आर्थिक परिस्थिति से उबारने की क्षमता रखने वाली संस्था भारतीय जीवन बीमा निगम को सरकार ध्वस्त करने पर आमादा है. भारतीय जीवन बीमा निगम में आईपीओ के जरिये सरकार ने निगम की 3.5 प्रतिशत पूंजी निगम से हटा दी. फिर भी 23 निजी बीमा कंपनियों से प्रतिस्पर्धा के बावजूद 70 प्रतिशत बाजार पर अपनी मजबूत पकड़ बनाये हुए है. देश के विकास में भारतीय जीवन बीमा निगम ने हमेशा अपना योगदान दिया है. सरकारी उद्योग को बेचना राजधर्म नहीं है. देश में बेरोजगारी बढ़ रही है.

यह सरकार श्रमिक विरोधी: महेंद्र किशोर प्रसाद

संघ के अध्यक्ष महेंद्र किशोर प्रसाद ने कहा कि यह सरकार श्रमिक विरोधी है. मजदूरों प्रित अनैतिक व अन्याय पूर्ण दृष्टिकोण रखती है. स्वागत समिति के सचिव नीरज कुमार ने कहा कि  नीति आयोग ने साफ किया है कि केंद्रीय कर्मियों के वेतन पुनरीक्षण हेतु 8वां वेतन आयोग सरकार नहीं बनाएगी. क्योंकि इसकी कोई आवश्यकता ही नहीं है. सरकार युवाओं को रोजगार देने के स्थान पर उन्हें झांसा दे रही है. धार्मिक भावनाओं को उभार कर उसकी आड़ में यह सरकार अपनी तमाम असफलताओं को छिपाने का प्रयास कर रही है.

  जीवन बीमा निगम देश का गौरव : अरूप चटर्जी

खुले सत्र को संबोधित करते हुए निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी के कहा कि भारतीय जीवन बीमा निगम देश का गौरव है. उन्होंने कहा कि भारतीय जीवन बीमा निगम सहित सभी सार्वजनिक उद्योंगों को बचाने के लिये जोरदार आंदोलन किया जाएगा.

  पूंजीपतियों के इशारे पर चल रही सरकार : मित्तल

आईईएएचडी के महामंत्री जगदीश चंद्र मित्तल ने कहा कि AIIEA की मान्यता है कि यह IPO  LIC में गेटवे ऑफ प्राइवेटाइजेशन है. यह कदम LIC के 35 करोड़ बीमा धारकों के साथ छल है और वृहद रूप से उनके सामाजिक आर्थिक हितों के खिलाफ है. जीवन बीमा के क्षेत्र में निजी पूंजी का निवेश बीमा की मूल अवधारणा के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि सरकार पूंजीपतियों और कॉर्पोरेट घरानों के इशारों पर काम कर रही है.

 जन विरोधी नीतियों को लागू करने पर आमादा : हेमंत

क्षेत्रीय उपाध्यक्ष हेमन्त मिश्रा ने कहा कि यह सम्मेलन ऐसे अवसर पर हो रहा है, जब केंद्र की सरकार एक एक कर तमाम श्रमिक हितों को नकारते हुए अपनी श्रमिक-किसान-जवान-छात्र-युवा एवं जन विरोधी नीतियों को लागू करने पर आमादा है. नीरज कुमार,  धर्मप्रकाश,  सुमित सिन्हा, मदन कुमार पाठक, प्रभु लाल, असीम हलदर, भारत भूषण, शिवबालक पासवान, डॉ मृणाल, मानस चटर्जी,  नरेश प्रसाद श्रीवास्तव सुनील मिश्रा ने भी अधिवेशन को संबोधित किया.

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