रांची। झारखंड में सियासी उथल-पुथल के बीच सरकारी और गैर सरकारी सर्विलांस किरदार फिर से सक्रिय हो गये हैं. यह दावा है विधायक सरयू राय का. उन्होंने कहा कि पुलिस महकमा के गैंग्स ऑफ वासेपुर के सरकारी और गैर सरकारी सर्विलांस किरदार फिर से सक्रिय हो गये हैं. रघुवर सरकार में खुफिया फोन टैपिंग का जिम्मा संभालने वाले बैजनाथ का खूंटी कनेक्शन और तुपुदाना एसआई मीरा सिंह के नियमित हुए फोन वार्तालाप की जांच ईडी करें तो पोल खुल जाएगा.
आरोप साबित करें या माफी मांगे सरयू- बैजनाथ
उधर बैजनाथ प्रसाद ने सरयू राय के आरोप को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि सरयू राय इस तरह के मनगढ़ंत आरोप पिछले 4 साल से लगा रहे हैं. वह कह रहे हैं कि मैं फोन टेपिंग करता हूं. यह पूरी तरह गलत है. वहीं मीरा सिंह से लगातार हो रहे बातचीत के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि मीरा से उनकी बातचीत तीन साल पहले हुई थी. इसके बाद वे उनके थाने में भी नहीं गए हैं. उन्होंने सरयू राय को चुनौती दी है कि वह कॉल डिटेल निकालकर सार्वजनिक करें, नहीं तो माफी मांगें.
रघुवर सरकार में खुला था अवैध फोन टैपिंग का दफ्तर
सरयू राय इससे पहले भीकई बार आरोप लगा चुके हैं कि रघुवर सरकार में अवैध फोन टैपिंग का दफ्तर मुख्यमंत्री आवास के पास खुला था, जहां सीडब्ल्यूसी सदस्य बैजनाथ प्रसाद संपर्क सूत्र के रूप में काम करते थे. उस समय अनुराग गुप्ता स्पेशल ब्रांच और सीआईडी के एडीजी थे. रघुवर दास के आदेश पर भवन निर्माण विभाग ने दो भवन आवंटित किया था. कई डीएसपी, इंस्पेक्टर, सिपाही और वाहन वहां दिये गये थे.