चतरा। समाहरणालय के सभाकक्ष में उपायुक्त अबु इमरान की अध्यक्षता मे जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की गई. बैठक में मुख्य रूप से कोविड टीकाकरण, कोविड जांच, गर्भवती महिला का एएनसी जाचं, संस्थागत प्रसव, सिजेरियन, आयरन, कैल्श्यिम, फोलिक एसिड, कुपोषण उपचार केन्द्र, एसएनसीयू, नियमित टीकाकरण, कुष्ठ रोग, टीवी रोग, मलेरिया, एनसीडी, फाईलेरिया दवा की उपलब्धता, स्वास्थ्य संस्थान की आधारभुत संरचना, मानव संसाधन की उपलब्धता आदि के संदर्भ में समीक्षा की गई.
उपायुक्त ने बैठक में जिले में वर्तमान में मिल रहे कोविड मरीज एवं स्वस्थ हो रहे कोविड के मरीज कि जानकारी लिया. साथ ही 12-14 वर्ष आयु ग्रुप, 15-17 वर्ष आयु ग्रुप, 18 वर्ष से अधिक उम्र के युवाओं को लग रहे प्रथम एवं द्वितीय टीकाकरण कि जानकारी लेते हुए सभी विद्यालयों में जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर रोस्टर बनाकर अभियान मोड में टीकाकरण का शतप्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करने का निदेश दिया गया. वहीं उपायुक्त ने फ्रंटलाईन वर्कर, हेल्थ वर्कर को लगाये गए बूस्टर डोज की भी जानकारी ली गई. साथ ही कहा कि फ्रंटलाईन वर्कर, हेल्थ वर्कर समेत अन्य कर्मचारियों को बुस्टर डोज लगाना सुनिश्चित करें. उपायुक्त ने कहा कि आरटीपीसीआर, ट्रुनेट, रेट टेस्ट आदि के द्वारा कोविड जांच किया जाय. एक माह के अंदर आरटीपीसीआर उपकरण को क्रियाशील बनाने हेतु निर्देशित किया गया जिससे कोविड जांच तीव्रता से हो सके. साथ ही कोविड में कार्य करने वाले कर्मियों का लंबित भुगतान अविलंब करने के साथ-साथ कोविड टीकाकरण शतप्रतिशत पूर्ण कराने का निदेश दिया. जिले में सर्वे कराकर सभी कम वजन वाले शिशु का उपचार सुनिश्चित करने को कहा गया. सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में पेयजल की सुविधा, शौचालय की उपलब्धता को दुरूस्त करने को लेकर निर्देशित किया गया.
स्वास्थ्य विभाग चतरा द्वारा कुपोषित बच्चे के इलाज के लिए वर्तमान में जिले में चार कुपोषण उपचार केन्द्र (एमटीसी) यथा हंटरगंज, सिमरिया, टंडवा एवं चतरा में संचालित है जिसमें कुल 45 बेड की छमता हैं. इसके अलावे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, इटखोरी में कुपोषण उपचार केन्द्र अविलंब खोलने का निदेश सिविल सर्जन को दिया. उप विकास आयुक्त, चतरा को एसएनए द्वारा राशि का हस्तांतरण समस्या एवं एनएचएम के वित्तीय प्रतिवेदन की समीक्षा करते हुए अद्योहस्ताक्षरी को उपलब्ध कराने का निदेश दिया. सिविल सर्जन, चतरा को निदेश दिया गया कि अपने स्तर से सीसीएल परियोजना को पत्र प्रेषित कर टंडवा क्षेत्र के टी.बी. से ग्रसित व्यक्तियों की सूची प्राप्त कर आवश्यक कार्रवाई किया जाय. मलेरिया से बचाव हेतु मच्छरदानी बिरहोर टोला एवं वंचित समुह के लोगों में अविलंब वितरण कराने का निदेश दिया. सभी दवाइयों की उपलब्धता शतप्रतिशत उपलब्ध रहें इसके लिए सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया कि दैनिक प्रयोग में प्रयुक्त आनेवाली सभी प्रकार की दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करें ताकि जनहित में वितरण हो सके.