साहिबगंज। साहेबगंज जिले के राधानगर थाना के थाना प्रभारी कुंदन कांत विमल हमेशा विवादों में घिरा रहता है।थाना प्रभारी के खिलाफ अब तक कई शिकायतें सामने आई है।साहिबगंज एसपी से भी शिकायत की जा चुकी है लेकिन थाना प्रभारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने से उनका हौसला बुलंद हो गया है।जिससे थाना में फरियाद लेकर आने वाले पीड़ितों के साथ गलत हरकत से पेश आया करते है।जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के उत्तरी बेगमगंज गांव में विगत 30 जनवरी को एक विधवा महिला के साथ छेड़खानी करते हुए जान मारने की नियत से मारपीट एवं रुपए छीनने के मामले में बिहारी कर्मकार,जयदेव कर्मकार,वसीम कर्मकार,सुक्खू कर्मकार समेत छह लोगों को नामजद आरोपित बनाते हुए स्थानीय थाने में लिखित शिकायत की गई थी। पीड़िता के बयान पर थाना कांड संख्या 29/22 धारा 147/148/149/326/341/307/354/379/504/506 के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई थी।
वही छह माह बीत जाने के बाद अभी तक किसी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई है।मामले को लेकर पीड़िता महिला ने साहिबगंज पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा को भी आवेदन देकर आरोप लगाया था कि छह माह बीत जाने के बाद भी राधानगर थाना प्रभारी व केस के अनुसंधानकर्ता के द्वारा आरोपित के विरुद्ध कोई कार्यवाई नही की जा रही है।जिससे उपरोक्त आरोपित खुलेआम घूम रहे है।थाना प्रभारी को पकड़ने की बात बोलने पर डांट डपटकर थाने से भगा देते है।उधर आरोपित के द्वारा लगातार केस उठाने की धमकी दी जा रही है।केस नही उठाने पर आरोपित द्वारा जान मारने की धमकी दी जाती है।जिससे महिला डरी एवं सहमी हुई है।वही उपरोक्त आरोपित की गिरफ्तारी नहीं होने से पीड़िता को कानून से अब भरोसा उठता दिख रहा है।आखिर पीड़िता को न्याय क्यों नहीं मिल रही है?क्या पुलिस को महज खाना पूर्ति के लिए ही थाने में प्रतिनियुक्ति किया गया है?