रांची। झारखंड की सियासत में मची खींचतान के बीच यूपीए विधायक बोरिया बिस्तर बांधकर भागदौड़ कर रहे है. डीनर पॉलिटिक्स, पिकनिक पॉलिटिक्स झारखंड में जारी है. विधायकों को एकजुट रखने के लिये सीएम हेमंत सोरेन ने खुद कमान संभाल रखी है. पिछले चार दिनों से झारखंड की राजनीति में आये तुफान के बीच यूपीए विधायकों की मौज मस्ती का दौर शुरू हो गया है. राज्य में चल रहे सियासी खेल में राजभवन और निर्वाचन का रुख क्या होता है, वो भविष्य के गर्त मे छिपा हुआ है. लेकिन एक चीज जो साफ दिख रही है. वो है सियासी संकट के बीच यूपीए विधायको की मस्ती.
यूपीए के विधायक जमकर मजा ले रहे है, सीएम और मंत्री भी उनका खूब साथ दे रहे है. लेकिन पुलिस प्रशासन को इस प्रकरण के बीच मानो एक तरह से सजा मिली हुई है. बीते शनिवार को महागठबंधन विधायकों को लेकर सीएम हेमंत सोरेन खूंटी के लतरातू डैम पहुंचे. बताया जाता है कि रांची से निकलने के बाद खुंटी पुलिस प्रशासन को मामले की सूचना दी गयी थी. हालांकि माननीयों का पर्शनल विजिट कार्यक्रम था. करीब 4 घंटे तक लतरातू में रुके थे. आनन-फानन में सुरक्षाकर्मियों को मोर्चा संभालना पड़ा. इलाके के आसपास के थाना और डीएसपी को सुरक्षा में लगाया गया. रिसोर्ट के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. यह हाल दिनभर रांची खुंटी के उन हिस्सों में नजर आया, जिस रास्ते से आना जाना हुआ. वहीं रांची और खुंटी पुलिस प्रशासन पूरे दिन भागदौड़ करती रही. इधर, अधिकारियों की गाड़ियां भी गनगनाती रहीं.
नेतरहाट जाने की चर्चा
रविवार को विधायकों के लातेहार जिला स्थित नेतरहाट जाने की चर्चा है, आधिकारिक रुप से लातेहार जिला प्रशासन को सूचना नही दिया गया है. इसको लेकर पुलिस प्रशासन असमंजस में है. हालांकि नेतरहाट में दो होटल को पूरी तरह से बुक करा दिया गया है. इसके बाद से ही लातेहार जिला प्रशासन परिस्थिति को देखते हुए सतर्क है.
आवासों पर भी बढ़ाई गयी है सुरक्षा व्यवस्था
राजधानी रांची में विधायकों के आवास पर भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है. आवास के बाहर एवं आसपास सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए. किसी भी अनजान एवं गैरजरूरी व्यक्ति को अंदर जाने से मना है. विधायक के आवास पर कोई घटना न हो जाए. इसको लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर लिये गए हैं. रैप के जवान को सड़क पर उतारा गया है. पुरानी विधानसभा स्थित विधायक आवास में भी अहले सुबह से ही सुरक्षा के चाक चौबंद व्यवस्था की गयी है. पुलिसकर्मियों से जब पुछा गया कि आखिर इतनी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था क्यो तो उनका जबाब था. जुलूस निकलने वाला है. सच्चाई यह है कि राजधानी में आज कोई जुलूस नही निकल रहा है. जिस जगह पर जुलूस निकलने की बात पुलिस कर रहे थे. वहां कभी जुलूस नहीं निकला है.