रांची । रिटायर्ड आईएएस की पत्नी और निष्कासित भाजपा नेत्री सीमा पात्रा के घर कैद से मुक्त कराई गई झारखंड की बेटी सुनीता खाखा का कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया गया. अंकिता शर्मा की एससी-एसटी कोर्ट में सुनीता खाखा का बयान दर्ज किया गया है. गौरतलब हो कि 22 अगस्त को रिटायर्ड आईएएस की पत्नी और भाजपा से निष्कासित नेत्री सीमा पात्रा पर अरगोड़ा थाना में आईपीसी की धारा सहित एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था. विगत एक सप्ताह से पीड़िता का रिम्स में इलाज चल रहा है. मामले की जांच के लिये हटिया डीएसपी राजा मित्रा को केस का आईओ बनाया गया है. सीमा पात्रा के अशोक नगर स्थित आवास में लंबे समय से पीड़िता बंधक बनाकर रखी थी और पिछले दिनों पुलिस ने उसे मुक्त कराया था.
क्या है मामला
सीामा पात्रा के घर बीते आठ साल से घरेलू कामकाज के लिए रखी गयी युवती को लंबे समय से बुरी तरह प्रताड़ित किया जा रहा था. उसे घर से बाहर तक निकलने नहीं दिया जा रहा था. घर में बंधक बनी युवती ने किसी प्रकार मोबाइल पर विवेक आनंद बास्के नाम के एक सरकारी कर्मचारी को मैसेज भेजकर अपने ऊपर हो रहे अत्याचार के बारे में जानकारी दी थी. उन्ही की सूचना पर अरगोड़ा थाने में शिकायत दर्ज की गयी थी. सीमा पात्रा रिटायर्ड आईएएस महेश्वर पात्रा की पत्नी हैं. और बीजेपी की नेता भी, हालांकि आरोप के बाद बीजेपी से निस्कासित कर दिया गया है. मामले में शिकायतकर्ता ने 29 अगस्त को हटिया डीएसपी को आवेदन दिया है. जिसमें बताया गया है कि अरगोड़ा थाना (कांड संख्या 285/22) सीमा पात्रा पर दर्ज मामले का सूचक हूं. इस केस में आरोपी सीमा पात्रा के अलावा उसकी बेटी भी बराबर की जिम्मेदार है. पीड़िता की वर्तमान हालात के लिये मां-बेटी दोनो जिम्मेदार हैं. क्योकि पीड़िता दिल्ली में रहने के दौरान आरोपी सीमा पात्रा की बेटी के द्वारा भी पीड़िता के उपर शारीरिक और मानसिक हिंसा की जाती थी. जो कि पीड़िता का मेडिकल रिपोर्ट देखने से भी पता चलता है. एफआईआर में सीमा पात्रा का नाम ही मुख्य अभियुक्त के रुप में है.