लातेहार। लातेहार जिले के गारु थाना पुलिस द्वारा बरवाडीह के गणेशपु पंचायत स्थित कुकु गांव निवासी अदिवासी किसान अनिल सिंह को नक्सली समर्थक बताकर पिटाई मामले में छः माह बाद प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. लातेहार कोर्ट ने प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है. मामले को लेकर पीड़ित पक्षों का पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज नही किया जा रहा था. इसके बाद 25 मार्च को लातेहार कोर्ट में शिकायतवाद दायर किया था. करीब छः महीने बाद 22 अगस्त 2022 को स्थानीय कोर्ट ने SC-ST थाना को आदेश दिया कि सीआरपीसी की धारा 156 (3) के तहत दोषियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जाए. मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी रंजीत कुमार यादव सहित तीन लोग आरोपी है. लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि ‘मामले की जानकारी नही है, अभी बाहर हूं. वापस लौटने के बाद ही कुछ बता सकता हूं.’
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार 23 फरवरी की आधी रात को गारू पुलिस अनिल को उसके घर से उठा के थाना ले गए थे. नक्सलियों को मदद करने के आरोप में थाना प्रभारी और अन्य दो पुलिस ने लाठी से बेरहमी से पिटाई की थी. पिटाई के बाद थाना प्रभारी ने अनिल के कपड़ों के ऊपर से पीछे से पैखाने के रास्ते पेट्रोल डाल दिया था. साथ ही, जाति सूचक गाली भी दिया गया था. अगले दिन खून से लथपथ अनिल का पैंट और अंडरवियर खोलवा के रख लिया. बाद में थानेदार ने सॉरी कहकर पल्ला झाड़ लिया. थाना प्रभारी और अन्य दोषी पुलिस के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाने अनिल सिंह 2 मार्च 2022 को शिकायत करने छिपादोहर थाना पहुंचे, लेकिन प्राथमिकी दर्ज नही की गयी. 4 मार्च को अनिल ने SC-ST थाना में आवेदन दिया और एसपी से भी शिकायत की गयी. इस दौरान अनिल पर स्थानीय पुलिस द्वारा लगातार मामला वापस लेने के लिए और प्राथमिकी न दर्ज करवाने को लेकर दबाव दिया गया. प्राथमिकी दर्ज न होने के कारण 25 मार्च को अनिल सिंह ने स्थानीय न्यायालय में एक कंप्लेंट केस दायर किया और प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी.
सदन में उठा था मामला, सीएम ने दिये थे कार्रवाई के आदेश
माले के विधायक विनोद सिंह द्वारा विधानसभा में मामले को उठाया गया था. पिटायी को लेकर ग्रामीण आंदोलित थे. झारखंड जनाधिकार महासभा द्वारा इस मामले को उठाने के बाद सीएम ने हिंसा का संज्ञान लिया था और झारखंड पुलिस को कार्यवाई का आदेश दिया था. लेकिन इसके बावजूद कार्रवाई नही की गयी. हालांकि लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने गारू थाना प्रभारी रंजीत कुमार को लाइन हाजिर कर दिया था.