रांची । दुष्कर्म के मामलों में झारखंड देश में 8 वें नंबर पर है. नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने देश के विभिन्न राज्यों में हुए दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर आंकड़े जारी किए हैं. इस रिपोर्ट में झारखंड में 2021 में 1425 दुष्कर्म के मामले दर्ज किए गए हैं. जारी रिपोर्ट के अनुसार औसतन छः घंटे में दुष्कर्म की की घटना हो रही है. ये वो आंकड़े हैं जो पुलिस के पास रजिस्टर्ड हुए, सबको पता इस अपराध के बड़ी संख्या में मामले पुलिस तक नहीं पहुचती है.
एनसीआरबी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार दुष्कर्म की सर्वाधिक घटनाएं राजस्थान में 6337, मध्यप्रदेश में 2947, उत्तर प्रदेश में 2845, महाराष्ट्र में 2496, असम में 1733, हरियाणा 1716 और उड़ीसा में 1456 प्रकरण दर्ज हुए हैं. वहीं केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में सबसे अधिक 1250 दुष्कर्म की घटनाएं हुई है. इसके अलावा झारखंड में महिलाओं पर हमला के 164 मामले, दहेज मामले 1805 और रेप की कोशिश के 164 मामले दर्ज किये गये. वहीं 55 मामले गैंगरेप के और 46 ऐसे मामले दर्ज किये गये जिसमें पीड़िता को दुबारा दुष्कर्म का शिकार बनाया गया. वर्ष 2021 में दुष्कर्म मामले में 720 लोगों को सजा सुनाये गये, जिसमें 703 पुरुष और 17 महिला आरोपी शामिल है.
18 से 30 उम्र के लोग सबसे अधिक शिकार
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि 18 से 30 साल की महिलाओं के लिए झारखंड असुरक्षित राज्य है. वर्ष 2021 में 1425 दुष्कर्म के मामले दर्ज किये गये, जिसमें 901 18 से 30 उम्र की महिला और युवती दुष्कर्म की शिकार हुई है. वहीं 6 से 12 उम्र के 2 नाबालिग को दुष्कर्म का शिकार बनाया गया, 12 से 16 उम्र के 16 नाबालिग को दुष्कर्म का शिकार बनाया गया, 16 से 18 उम्र के 231 को दुष्कर्म का शिकार बनाया गया, 30 से 45 उम्र के 218 महिलाओं को दुष्कर्म की शिकार हुई, 45 से 60 उम्र के 10 महिलाओं को दुष्कर्म का शिकार बनाया गया, इतना ही नहीं 60 से ऊपर उम्र की एक बुजुर्ग महिला को भी दुष्कर्म का शिकार बनाया गया.