रांची। भगवान महावीर मेडिका सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल और सेंटर फॉर ऑप्थैलमिक रिसर्च एंड ट्रेनिंग (कॉर्ट) के संयुक्त तत्वावधान में संचालित कौशल विकास कार्यक्रम के पहले बैच के प्रशिक्षुओं को सम्मानित किया गया. मेडिका सभागार में इस समारोह में बताया गया कि एक वर्षीय कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम पिछले साल 2021 में शुरू हुआ था. इस कार्यक्रम के तहत झारखंड के अंडरप्रिविलेज्ड छात्रों को सॉफ्ट स्किल्स, कंप्यूटर एप्लिकेशन और अंग्रेजी का प्रशिक्षण दिया गया. बेंगलुरु से आए विशिष्ट अतिथि पुष्पलता एमएस (को फाउंडर सह डायरेक्टर, गर्भागुडी आईवीएफ सेंटर एवं सीईओ स्टारटिस्ट प्रालि) और हरि श्रीनिवासन (को फाउंडर, डायरेक्टर सह सीईओ, गर्भागुडी आईवीएफ सेंटर ) ने यहां प्रशिक्षित ज्योति को अपने संस्थान में पदस्थापित करने का ऑफ़र लेटर सौंपा. ज्योति का पालन पोषण एकल अभिभावक उसकी मां ने किया है जो कि स्वयं करुणा नाम के एक अनाथालय में काम करती हैं. मेडिका के एवीपी अनिल कुमार और जीएम मनीष गुरुदत्ता ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रतिभागियों का हौसला अफजाई की और भरोसा दिलाया कि भविष्य में मेडिका अस्पताल में रोज़गार के अवसर उपलब्ध होने पर उन्हें वरीयता दी जाएगी. मेडिका के एडवाइजर डॉ आनंद श्रीवास्तव ने कहा कि कौशल विकास का यह महत्वाकांक्षी कार्यक्रम, नेत्र रोग विभाग की प्रभारी डॉ अनिंद्या अनुराधा के बिना संभव नहीं था. यह कार्यक्रम यहां प्रशिक्षित हुए बच्चों को भविष्य में आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. समारोह में डॉ हर्षिता डबराल, डॉ तापस साहू, डॉ धनेंद्र बांधे, जैन समाज के अध्यक्ष पूरनमल जैन एवं पद्मचंद जैन समेत अन्य मौजूद थे.
कौशल विकास कार्यक्रम के पहले बैच के प्रशिक्षु हुए सम्मानित
