चतरा। समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में उपायुक्त अबु इमरान की अध्यक्षता में सोमवार को जिलास्तरीय क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण इकाई (डीएलएमसी) की बैठक की गई. बैठक में मुख्य रूप से जेएसएलपीएस (झारखंड स्टेट लायवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी) के द्वारा प्रस्तावित प्रधानमंत्री वन धन विकास योजना अंतर्गत वन धन विकास केंद्रों की स्थापना हेतु प्रस्ताव स्वीकृत करने हेतु जिला स्तरीय क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण इकाई (डीएलएमसी) पर चर्चा की गई. बैठक में जेएसएलपीएस के जिला कार्यक्रम प्रबंधक द्वारा उपायुक्त को जानकारी दी गई कि प्रधानमंत्री वन धन विकास योजना के अंतर्गत अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के निर्देशानुसार जिले में दो वन धन विकास केंद्रों की स्थापना हेतु राज्य कार्यालय से दो नए प्रस्ताव प्रस्तावित किए गए है. जिसके लिए प्रखंड सिमरिया एवं लावालौंग में वन धन विकास केंद्रों का स्थापना किया जाना है.
दो प्रखंडों में बनाए जाएंगे वन धन विकास केंद्र
दो प्रखंडों में बनाए जाने वाले वन धन केंद्रों के लिए इन क्षेत्रों के अनुसूचित जनजाति परिवारों को वन उपज एवं मूल्य संवर्धन, बाजारों के साथ जोड़ा जाएगा. इस योजना का उद्देश जनजाति परिवार को आजीविका संवर्धन हेतु प्रशिक्षण,कौशल विकास, आय में वृद्धि हेतु प्रोत्साहित किया जाएगा. वन धन विकास केंद्र के संबंधित सदस्य जो स्वयं सहायता समूह से जुड़े हुए हैं. वन उत्पाद जैसे महुआ फुल, महुआ बीज, साल पत्ता, साल बिज, चिरौंजी बिज, लाह, इमली, आदि उत्पादों पर कार्य किया जाएगा. इन नए प्रस्तावित वन धन विकास केन्द्रों को पंद्रह लाख की राशि संचालन हेतु विभाग के तरफ से दी जाएगी. इसमें प्रथम किस्त की राशि सात लाख पचास हजार रुपया स्वीकृत उपरांत विभाग के तरफ से दी जाएगी. इसके अलावा प्रत्येक संबंधित सदस्यों के द्वारा एक हजार अंश पूंजी अपने संबंधित केंद्रों में जमा की जाएगी. वहीं दूसरे किस्त की राशि उपयोगिता प्रमाण पत्र के आधार पर दी जाएगी.
वन धन केंद्रों के सफल संचालन हेतु स्वयं सहायता समूह से चयनित पदाधिकारी होंगे एवं समय समय पर तकनीकी जानकारी हेतु जेएसएलपीएस ट्राइफेड झामकोफेड के द्वारा दी जाएगी. बैठक में उपायुक्त ने जानकारी प्राप्त करते हुए संबंधित केंद्रों को प्रखंड स्तरीय/पंचायत स्तरीय वन विभाग के संबंधित के साथ समन्वय स्थापित कर जल्द से जल्द स्थापना करने का निर्देश दिया गया जिससे केंद्रों के सदस्यों को वन उपज संग्रहण में कोई परेशानी ना हो. बैठक में उपस्थित वन प्रमंडल पदाधिकारी उत्तरी, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी,जिला कार्यक्रम प्रबंधक जेएसएलपीएस, जिला प्रबंधक प्रज्ञा केंद्र समेत अन्य संबंधित उपस्थित थे.