पटमदा ।समाज में कुछ वैसे लोग भी होते हैं जो शिक्षित और योग्य तो हैं लेकिन उनके पास नौकरी नहीं है. इसके बावजूद वे निराश नहीं हैं और गांव-गांव में शिक्षा का अलख जगाने का काम करते हैं. मामूली फीस लेकर बच्चों को शिक्षित करने का जो बीड़ा उठाया है उसके लिए हम उनको प्रणाम करते हैं. यह बातें मंगलवार को पटमदा के जिला परिषद भवन में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि भाजपा के किसान मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने कहीं. भाजपा के पटमदा मंडल कमेटी की ओर से आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि कोरोना काल की विपरीत परिस्थितियों में जब स्कूलों को बंद रखा गया था उस समय गांव में शिक्षा व्यवस्था की कमान उन्होंने ही संभाल रखी थी. समाज में उनका योगदान अतुलनीय है और वे सराहनीय काम कर रहे हैं.
उन्होंने उपस्थित शिक्षकों से कहा कि आपकी काबिलियत का ही परिणाम है कि पटमदा क्षेत्र को शिक्षा में अव्वल दर्जा प्राप्त है. उन्होंने सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप इसी तरह बच्चों को शिक्षा देते रहे और आपको जब भी उनकी जरूरत महसूस हो संपर्क करें मदद की जायेगी. सेवानिवृत्त शिक्षक शरत सिंह सरदार ने कहा कि स्कूलों में विषयवार शिक्षक नहीं है फिर भी मैट्रिक परीक्षा का परिणाम बेहतर होता है. पर्दे के पीछे रहकर काम करने वाले यही शिक्षक हैं जो समाज में बेहतर काम कर रहे हैं. इसलिए इसका सारा श्रेय उन ट्यूशन पढ़ाने गांव के शिक्षकों को ही जाता है. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सरकारी शिक्षकों को ऐसे फंसाकर रख दिया गया है कि वे बच्चों को सही तरीके से शिक्षा नहीं दे पा रहे हैं. ऐसे समय में समाज में उन शिक्षकों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है और वे पूरी ईमानदारी के साथ इसे निभा भी रहे हैं. उन्होंने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे शिक्षकों का सम्मान करना सचमुच गर्व का विषय है.
इन्होंने कार्यक्रम को सराहा
लावा के ग्राम प्रधान सह पंसस बृंदावन दास ने कहा कि माता-पिता के बाद शिक्षकों को ही समाज में गुरु का दर्जा प्राप्त है. इसलिए शिक्षकों का सम्मान करना बहुत ही सराहनीय कार्य है. पटमदा मंडल अध्यक्ष मंटू चरण दत्त ने कहा कि क्षेत्र में ट्यूशन पढ़ाकर अपनी आजीविका चलाने के साथ ही बच्चों को ज्ञान बांटने वाले दर्जनों शिक्षक हैं जो राष्ट्र निर्माण में बेहतर भूमिका निभा रहे हैं. उन शिक्षकों को सरकार की ओर से कभी भी किसी तरह का कोई प्रोत्साहन नहीं मिलता है. इसलिए उन्होंने ऐसे शिक्षकों को सम्मानित करने का कार्यक्रम तय किया ताकि वे दोगुने उत्साह के साथ बच्चों को पढ़ा सके और क्षेत्र का विकास हो सके. उन्होंने कहा कि समयाभाव के कारण सभी शिक्षकों को आमंत्रित नहीं किया जा सका. अगले वर्ष से वृहद स्तर पर आयोजन करने का प्रयास किया जायेगा.
कार्यक्रम में इनकी रही मौजूदगी
इस दौरान शरत सिंह सरदार, आशीष तिवारी, मुचिराम महतो, नीरज मिश्रा, सुधांशु महतो, दीनबंधु महतो, दिलीप कुमार शर्मा, रघुनाथ कुंभकार, वीरेन कुंभकार व समीर कुंभकार को अंगवस्त्र व कलम आदि देकर सम्मानित किया गया. मौके पर भाजपा के पटमदा मंडल महामंत्री इन्द्रनारायण महतो, महिला मोर्चा अध्यक्ष लक्खी कुंभकार, एसटी मोर्चा अध्यक्ष सुभाष माहली व बूथ अध्यक्ष अजय प्रमाणिक आदि मौजूद थे.