रांची। झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने सोमवार को झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में एक बार फिर विश्वास मत हासिल किया है . 81 सदस्यीय सदन में विश्वास मत के प्रस्ताव पर सरकार के पक्ष में 48 मत पड़े, जबकि भाजपा और आजसू पार्टी के सदस्यों ने मत विभाजन के समय सदन का बहिष्कार कर दिया. इसके साथ ही स्पीकर ने विधानसभा के विशेष सत्र को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने की घोषणा की. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा की साजिशों का जवाब देने, लोकतंत्र को बचाने और राज्य की सवा तीन करोड़ जनता को संदेश देने के लिए यह प्रस्ताव लाया गया है.
विश्वास प्रस्ताव पर जीत हासिल करने के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर लिखा है कि ‘जीते हैं हम शान से, विपक्ष जलते रहें हमारे काम से, लोकतंत्र जिंदाबाद!’ वहीं सदन में सीएम ने कहा कि जब से उनकी सरकार ने शपथ ली है, तभी से भाजपा दूसरी पार्टी के विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिशों मे जुटी है. सीएम ने विश्वास प्रस्ताव पर अपने भाषण के दौरान झारखंड के राज्यपाल और चुनाव आयोग पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि राज्य के यूपीए नेताओं ने जब चुनाव आयोग से आये पत्र पर स्थिति साफ करने का आग्रह किया तो उन्होंने एक-दो दिनों में निर्णय लेने की बात कही, लेकिन इसके अगले ही दिन पिछले दरवाजे से दिल्ली निकल गये.
उन्होंने झारखंड विधानसभा के भाजपा विधायक समरी लाल के बारे में कहा कि वह फर्जी सर्टिफिकेट पर विधायक बनकर बैठे हुए हैं, लेकिन उसपर चुनाव आयोग कोई कार्रवाई नहीं करता है. सोरेन ने कहा कि उन्हें डराने-धमकाने का कोई प्रयास सफल नहीं होगा. सभी विपक्ष देख लें कि हम सभी साथ हैं. अगली बार बीजेपी राज्य के किसी सीट पर अपनी जमानत भी नहीं बचा पाएगी.
सोरेन ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाले ये लोग सिर्फ व्यापारी हैं. गरीबों के लिए इनके पास पैसा नहीं है. गैर बीजेपी राज्यों में सरकार को किसी भी तरह अस्थिर करने का काम हो रहा है. हिंदू-मुस्लिम का नारा देकर जनता को सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है.
मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान भाजपा सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया. इसके पूर्व भाजपा की ओर से बोलते हुए नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि इस सरकार को अपने ही लोगों पर विश्वास नहीं है, इसलिए इन्होंने यह प्रस्ताव लाया है. बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने भी विश्वसमत पर सवाल उठाए.
आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि आज पूरा सदन नहीं बल्कि पूरा राज्य विशेष सत्र की ओर देखा है कि आखिर विशेष सत्र क्यों लाया गया है. क्योंकि हमलोगों कुछ जानकारी दी गई है. उसमें पूर्व के मानसून सत्र का ही एक दिन रह गया है. हम सदन के नेता से जानना चाहेंगे कि विश्वासमत लाने की जरूरत क्यों पड़ी. यह प्रक्रिया के तहत नहीं है, किसी ने सरकार के विश्वास पर सवाल ही नहीं खड़ा किया. ऐसे में मुझे लगता है कि अपने लोगों का विश्वास पाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विश्वास मत ला रहे हैं. गिनती उनके पक्ष में दिखती है पर चेहरा दूसरी बात कह रहा है.
निर्दलीय विधायक सरयू राय ने बन्ना गुप्ता को कहा भ्रष्ट मंत्री. सरयू राय ने सदन में कहा कि सदन में भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ मैं प्रमाण देता हूं, इसके बाबजूद कार्रवाई नहीं होती. सरयू राय ने सदन में कहा- सरकार के पास अपार बहुमत है यह सरकार काम करे यही मैं कामना करता हूं.