रांची। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि भाजपा लाख कोशिश कर ले राज्य की हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार के काम करने की रफ़्तार को नहीं रोक सकती. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय’ को आत्म्शात कर काम कर रही है. सरकार का हर फैसला इस बात की नजीर है कि उसमे सर्वजन का सुख निहित है.
उन्होंने कहा कि ‘कोरोना की विभीषिका के बाद सरकार ने दर्जनों ऐसे निर्णय लिए हैं जिसका सीधा लाभ राज्य की जनता को मिल रहा है. सर्वजन पेंशन योजना हो या कर्मचारियों के लिए पुराणी पेंशन स्कीम यह इसका उदाहरण है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार घोषणाओं पर नहीं काम पर विश्वास करती है. कहा कि हमारे पास लोग आते थे और कहते थे कि गंभीर बीमारी का इलाज पांच लाख रुपये में नहीं हो पा रहा है. तत्काल हमने इस विषय पर मुख्यमंत्री से बात की और मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना की राशी को पांच लाख से बढाकर 10 लाख किया गया. इसके लिए मैं मुख्यमंत्री जी का आभार भी व्यक्त करता हूं.’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने राज्य की जनता से वादा किया है कि ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देंगे. बहुत जल्द इसपर भी राज्य सरकार फैसला लेने जा रही है. हर हाल में झारखंड की पिछड़ी जाति को 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया जाएगा. मुख्यमंत्री ने भी सदन में इसकी घोषणा की है और राज्य सरकार इसपर काम करना भी शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि भाजपा के शासनकाल में ही पिछड़ों का आरक्षण छिना गया था. राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के समय ही पिछड़ों का आरक्षण 27 प्रतिशत से घटाकर 14 प्रतिशत किया गया था और अब भाजपा इस मुद्दे पर घड़ियाली आंसू बहा रही है. कहा कि पांच साल तो उनकी झारखंड में पूर्ण बहुमत की सरकार रही थी, क्यों नहीं इसपर निर्णय लिया था. दरअसल भाजपा की कथनी और करनी में बहुत अंतर है.
हेमंत सरकार के ताबड़तोड़ फैसले से भाजपा को नींद नहीं आ रही
बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार को अस्थिर करने का भाजपा का कुत्सित प्रयास सफल नहीं हो पाया. मैं तो यहाँ तक कहता हूं कि लाख कोशिश कर ले भाजपा की मंशा कभी सफल भी नहीं होगी. अब जब हेमंत सरकार राज्य की जनता के हित में ताबड़तोड़ फैसला ले रही है तो भाजपा नेताओं को नींद नहीं आ रही है. विपक्ष के पास कोई मुद्दा ही नहीं है. भाजपा के पास अब सिर्फ यही एजेंडा बचा है कि कैसे जाति-धर्म के नाम पर जनता को तोड़ें. कहा कि झारखंड में भाजपा का यह प्रयास भी सफल नहीं होगा. अगले 25 वर्षों के लिए भाजपा की झारखंड की सत्ता में नो इंट्री है.