पलामू। झारखंड और बिहार में ओडिशा के गांजा तस्करों का नेटवर्क फैला हुआ है. यही नेटवर्क झारखंड और बिहार के कई जिलों में गांजा की तस्करी कर रहा है. पलामू पुलिस को जांच के दौरान गांजा तस्करी के नेटवर्क के बारे में कई जानकारी मिली है. ओडिशा से गांजा की बड़ी खेप झारखंड होते हुए बिहार तक पहुंचाया जा रहा है. पलामू पुलिस की जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि झारखंड में चाईबासा, जमशेदपुर और सिमडेगा के रास्ते तस्करों द्वारा गांजा को चोरी छुपे लाया जा रहा है.
पलामू पुलिस ने इस बात का पता भी लगाया है कि इस गांजा की लोहरदगा के कुडू इलाके में डील होती है, फिर वहां से गांजा को बिहार या पलामू के इलाके में भेज दिया जाता है. पलामू पुलिस की जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि कभी-कभी ओडिशा के तस्कर कुड़ू तक खुद ही खेप को पहुंचाते हैं. पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि इस नेटवर्क पर पुलिस की पूरी नजर है, नेटवर्क का केंद्र ओडिशा का संबलपुर जिला है. पुलिस योजना बनाकर इस नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. नेशनल हाईवे समेत कई इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है. पलामू पुलिस ने कुछ दिनों पहले इसी नेटवर्क से जुड़े हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार तस्करों ने पुलिस को पूरे नेटवर्क के बारे में जानकारी दी, जिसके बाद जिला पुलिस पूरे नेटवर्क को टारगेट कर अभियान चला रही है.
लाइन होटल, किराना दुकान, गुमटी में होती है बिक्री
ओडिशा के तस्कर तीन से चार हजार रुपये किलो के हिसाब से गांजा खरीदते हैं. झारखंड और बिहार में छह से 10 हजार रुपये के किलो के हिसाब से ये बिकती है. तस्कर गांजा लाने के लिए छोटे और बड़े वाहनों का इस्तेमाल करते हैं. कई इलाकों में इस नेटवर्क से महिलाएं भी जुड़ी हुई हैं. गांजा की तस्करी गिरोह से जुड़े हुए लोग छोटी छोटी पुड़िया बनाकर लाइन होटल, किराना दुकान, गुमटी को उपलब्ध करवाते हैं. उसके बाद प्रति पुड़िया 100 से 200 रुपये के हिसाब से गांजा की बिक्री की जाती है. नेशनल हाईवे के किनारे लाइन होटल और छोटे दुकानों में गांजा आसानी से उपलब्ध हो जाती है.